Chandigarh/Alive News: शिक्षा निदेशालय में अफसरशाही शिक्षा मंत्री के आदेशों को भी दरकिनार कर रही है। एक अधिकारी को गलत तरीके से पदोन्नत करने के मामले में शिक्षा मंत्री ने तीन अधिकारियों को चार्जशीट करने के आदेश फरवरी 2021 में दिए थे। मगर शिक्षा विभाग में पहुंचने के बाद फाइल ही गायब कर दी गई। जिनको चार्जशीट किया जाना था, अब उनमें से दो अधिकारियों को पदोन्नति दे दी गई है।
शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है जबकि पदोन्नति का यह मामला पूरे शिक्षा सदन में चर्चा का विषय बना हुआ है। वर्ष 2020 में डीएसई हरियाणा के एक सुपरिटेंडेंट पवन कुमार ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर पदोन्नति देने की मांग की। साथ ही यह भी बताया कि उनकी जगह पर उनके जूनियर वाली राम पूनिया को पदोन्नत कर दिया गया है। यह मामला संज्ञान में आने पर असिस्टेंट डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन ने तथ्यों को देखकर पवन कुमार की बातों को सही पाया।
उन्होंने पवन कुमार को पदोन्नत करने की सिफारिश की साथ ही यह भी कमेंट किया कि इस सारी गड़बड़ के लिए तीन अधिकारी जिम्मेदार हैं। उन्होंने उन तीन अधिकारियों के खिलाफ अंडर रूल 7 के तहत चार्जशीट करने की भी सिफारिश की। उनकी सिफारिश पर हायर एजुकेशन के एससीएम अंकुर गुप्ता ने चार्जशीट की अप्रूवल के लिए फाइल शिक्षा मंत्री कंवर पाल के पास भेजती। 6 फरवरी को शिक्षा मंत्री ने 4 सीट को अप्रूवल दे दी थी।