Faridabad/Alive News: बुधवार को शिक्षा विभाग, बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई और जिला मौलिक शिक्षा विभाग की टीम ने दो निजी स्कूलों के दस्तावेजों की जांच की। जवाहर कालोनी 60 फीट रोड पर किताबों और वर्दी की दो दुकान को भी सील कर दिया। स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिकायत के बाद यह कार्रवाई हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक एक निजी स्कूल की कक्षा सातवीं की की छात्रा ने बाल कल्याण समिति को करीब एक सप्ताह पहले शिकायत दी थी। बच्ची ने बताया था कि स्कूल वाले विद्यार्थियों से अधिक फीस ले रहे हैं, जिससे अभिभावकों को परेशानी हो रही है। अभिभावकों की परेशानी वह नहीं देख पा रही और पढ़ाई छोड़ देगी। शिक्षा विभाग और बाल कल्याण समिति ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। विभाग की टीम ने स्कूलों को मान्यता, फार्म-6 और स्कूल की बैंलेस सीट सहित अन्य जानकारी शिक्षा विभाग के कार्यालय जमा करने के आदेश दिए हैं।

स्कूल हो जाएं सावधान, कभी भी हो सकती है कार्रवाई : इन दिनों प्राइवेट स्कूलों की मनमानी की शिकायतें बढ़ गई हैं। अभिभावक और इनसे जुड़े एसोसिएशन की ओर से लगातार शिकायतने शिक्षा विभाग में पहुंच रहीं हैं। अधिकारियों ने कहा कि मनमानी करने और नियमों की अवहेलना करते हुए फीस में बढ़ोतरी करने वाले स्कूलों के खिलाफ कभी भी कार्रवाई हो सकती है। विभाग इसके लिए टीम भी बना रहा है। खबर के संबंध में संजय एनक्लेव स्थित केपी पब्लिक स्कूल से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
जिला शिक्षा अधिकारी से बातचीत: यदि कोई प्राइवेट स्कूल शिक्षा विभाग और निदेशालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए अधिक फीस वसूल रहा है या फिर किताब तथा वर्दी के नाम पर मनमानी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। आज दो स्कूलों में टीम पहुंची उनसे दस्तावेज जमा करने के लिए कहा गया है।
-अजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी।
स्कूल प्रबंधन का भी सामने आया पक्ष : शिक्षा विभाग की टीम को स्कूल की फीस का चार्ट दिखा दिया गया। निदेशालय के नियमों के अनुसार ही हमने फीस बढ़ाई है। अभिभावक स्कूल प्रबंधन को परेशान कर रहे हैं। जिस दुकान को सील किया गया है वह स्कूल की नहीं है। स्कूल में आर्थिक रूप से विद्यार्थियों की मदद भी की जा रही है। इसके बाद भी स्कूल को बदनाम और परेशान करने में कुछ अभिभावक लगे हुए हैं। वह फीस नहीं देने के लिए यह तरीके अपना रहे हैं।
-विक्रम सिंह, स्कूल प्रबंधक, एक निजी स्कूल।