Faridabad/Alive News : भारी बरसात के कारण हरियाणा प्रदेश में जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। सरकार और प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी कर लोगों को हिदायत दी जा रही है कि अपने घरों से बाहर न निकले। जिला फरीदाबाद प्रशासन की ओर से भी ऐसी ही अनाउंसमेंट की गई है। और कहा गया है कि लोग अनावश्यक अपने घर से बाहर ना निकले और अगर जरूरी होने पर ही बाहर निकले।
जिला प्रशासन की उक्त हिदायत से साफ हो गया है कि बरसात से पहले नगर निगम अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी इमानदारी से नहीं की, जिसका खामियाजा शहर की जनता को उठाना पड़ रहा है। शहर में नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा समय रहते नाले नालियों की साफ सफाई नहीं कराई और जिन नाले-नालियों पर साफ सफाई का काम कराया गया था उन पर खाना पूर्ति की गई। इसका जीता जगता उदाहरण गौंछी ड्रेन है। हालांकि जिन क्षेत्रों में नाले-नालियों के निर्माण का काम चल रहा था वो न तो पूरा किया गया और जहां ठेकेदार ने काम पूरा किया वहां नालों को ड्रनेज सिस्टम से जोड़ा नही। अब इन लापरवाहियों का खामयाजा बारिश में शहर के लोग भूगत रहे है। फरीदाबाद में कॉलोनियों, सेक्टर व सोसाइटी के पॉश क्षेत्र बारिश में जलमग्न हो रहे है। इस सम्बन्ध में नगर निगम अधिकारियों का पक्ष था कि नालों की सफाई कराई गई है लेकिन इस बार तेज बारिश हो रही है, इसलिए पानी धीरे निकल रहा है।
इन नालों की नहीं हुई सफाई
नीलम फ्लाईओवर के नीचे से न्यू टाउन रेलवे स्टेशन के पास से गुजरने वाले एसी नगर नाला जो गौंछी ड्रेन में गिरता है नगर निगम ने उसकी सफाई किये हुए जैसे लगता है कई साल बीत गए है। नाला कूड़े और प्लास्टिक से अटा हुआ है। जिसकी हालत देखकर लगता है कि कई दशकों से सफाई नहीं हुई है। यह नाला एसजीएम नगर, एनआईटी 5, एनआईटी 2, एनआईटी 3, एनआईटी-1 के बरसात के पानी को गौछी ड्रेन तक पहुंचाने का काम करता है। लेकिन नगर निगम 6 महीने पहले नाले की साफ-सफाई का दावा कर रहा है।
सेक्टर-23 शमशान घाट से चलकर सोहना रोड को जाने वाली गौछी ड्रेन की सफाई की खाना पूर्ति की गई है। आज भी ड्रेन प्लास्टिक और पॉलिथीन से अटी हुई है। इसका एक कारण श्मशान घाट के पीछे गौछी ड्रेन पर कूड़े की छंटाई की जाती है। वो भी नगर निगम से बिना अनुमति लिये। छंटाई की वजह से ड्रेन में कूड़ा फस रहा है।
नीलम चौक के स्थित नाला गंदगी से भरा पड़ा है नाला जाम होने के कारण इसे पानी की निकासी नहीं हो रही है। नगर निगम के अधिकारी अपने कार्यालय से कुछ कदम की दूरी पर गंदगी से भरे नाले की सफाई नहीं करा पा रहे हैं। बारिश में शहरी की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों बारिश होने पर अपने घर से निकलने में भी सोचते है।