Faridabad/ Alive News: एनआईटी नं. 1-2 के चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स और कैमरे ना होने से यातायात की व्यवस्था दिन भर अस्त व्यस्त रहती है, चौराहे पर आधा दर्जन से भी ज्यादा बैंक और एटीएम की शाखाएं हैं। यहां हर रोज लाखो रुपये का लेन-देन होता है और चौराहे पर अतिक्रमण की भी भारी समस्या है, मार्केट में आए दिन चोरी की वारदात बढ़ती जा रही है, किसी भी वक्त किसी भी व्यक्ति के साथ कोई भी घटना घटित हो जाती है और अपराधी घटना को अंजाम दे कर आसानी से निकल जाता है।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। स्थानीय दुकानदारो द्वारा कई बार इसकी शिकायत नगर निगम अधिकारी सहित पुलिस थानो को भी की गई है परंतु इस समस्या का कोई सामाधान नही हुआ है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत फरीदाबाद के सभी चौक चौराहे पर सीसीटीवी कैमरा लगने थे पर स्मार्ट सिटी के अधिकारी के लापरवाही से फरीदाबाद के कई क्षेत्र मे अभी तक कैमरे नही लगाए गए है। एनआईटी नं.1 मार्केट जो कि फरीदाबाद कि सबसे बड़ी मार्केट है और एक व दो चौक फरीदाबाद के सबसे व्यस्त चौराहों में से एक है। लेकिन इस चौक पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स औऱ कैमरे न होने के कारण सड़को पर पुरा दिन जाम लगा रहता है, जिसको जहां मन करता है वहा पर अपनी गाड़ी खड़ा कर देता है तथा चौराहे के चारों तरफ रेहड़ी और फडी वालो ने भारी अतिक्रमण किया हुआ हैं और रोजाना लाखो व्यक्ति इस चौक को पार करते हैं, इनके साथ कभी भी अनहोनी घटना घटित हो सकती है जिसके कारण आने जाने वाले लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ट्रैफिक कंट्रोल के लिए कई पुलिसवाले सारा दिन इस चौराहे पर मशक्कत करते रहते हैं।
ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स और कैमरे ना होने के कारण दुकानदार भी परेशान रहते है वहां के दुकानदारो का कहना है कि चौराहे पर लगी ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स कई सालो से खराब पड़ी है औऱ यहां आए दिन चोरी होती रहती है। कैमरे न होने के कारण चोरो की पहचान भी नही हो पाती है। स्थानीय दुकानदारो का कहना है कि कई बार चोरो की पहचान करने के लिए पुलिस दुकानदारो और स्थानिय निवासीयो के निजी कैमरे खंगालती है।
स्थानिय निवासी व्यापर मंडल के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि इस मामले की शिकायत उन्होने कई बार नगर निगम अधिकारी सहित कोतवाली पुलिस थाने को भी दी इसके अलावा एनआईटी-2 निवासी सुरेंद्र कुमार गेरा ने भी विधायक सीमा त्रिखा, मेयर सुमन बाला और पार्षद मनोज नासवा को इस समस्या को लेकर शिकायत दी है। शिकायत के बाद भी इस मामले पर न तो किसी भी निगम अधिकारी ने कोई संज्ञान लिया और न ही पुलिस थाने ने कोई ठोस कदम उठाया है।