Faridabad/Alive News: सेक्टर-12 टाउन पार्क के सामने सोमवार देर शाम थार गाड़ी चालक ने स्कूटी पर सवार परिवार के सदस्यों को टक्कर मार दी थी और इसमें परिवार के दो सदस्यों की बुधवार को ही मौत हो गई थी। मृतक स्कूटी सवार दयानंद वत्स और उसकी बेटी दिशा का पोस्टमार्टम होना था। मृतक के परिजन सुबह अस्पताल की मोर्चरी के पास पहुंचे तो वहां डॉक्टर व स्टाफ नहीं था। पोस्टमार्टम में देरी को लेकर परिजनों ने काफी रोष जताया और हंगामा किया। मौके पर थाना सेंट्रल की पुलिस ने लोगों को शांत किया। जिसके बाद दोपहर करीब साढ़े बारह बजे पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दोनों का अंतिम संस्कार हुआ।
दिव्या अभी तक वेंटिलेटर पर
उधर, मृतक दयानंद वत्स की पत्नी दिव्या अभी भी वेंटिलेटर पर है। उसे होश नहीं आ सका है। उसे तो यह भी नहीं पता कि कितना बड़ा हादसा हो गया है। उसका पति और बेटी इस दुनिया में ही नहीं है। उसकी दूसरी बेटी भूमि को अस्पताल से डिस्चार्ज करा लिया है। वह अपने नाना-नानी के पास पहुंच गई है ताकि उसकी उचित देखभाल हो सके। बता दें बल्लभगढ़ की शिव कॉलोनी निवासी दयानंद अपनी पत्नी दिव्या, तीन साल की बेटी भूमि और एक साल की बेटी दिशा के साथ टाउन पार्क के पास आए थे। दिशा का पहला जन्मदिन था। तभी एक थार वाहन चालक ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी। हादसे में दयानंद और एक साल की बेटी दिशा की मौत हो गई। दिव्या गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
बच्ची को कुचल दिया था थार चालक ने
स्वजन और कॉलोनी के लोगों के अंदर इस हादसे को लेकर काफी गुस्सा है। घटना के समय थार काफी तेज गति में थी। स्कूटी में टक्कर मारने के बाद दयानंद परिवार सहित सड़क पर गिरा। एक साल की बेटी उछलकर दूर गिर गई। मृतक दयांनद के भाई पंकज का कहना है कि थार ने भागते हुए बच्ची दिशा को कुचल दिया। यदि वह रुक जाता तो बेटी की जान बच जाती।समय पर सभी को इलाज मिल जाता तो शायद जान बच सकती थी। लेकिन चालक ने इसकी परवाह तक नहीं की। उसने स्कूटी को भी घसीटा था। जिसकी वजह से सभी को अधिक चोट लगी। उस समय घटनास्थल से कुछ दूरी पर अधिवक्ता दीपक आजाद भी गुजर रहे थे। जिन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंंचाया था और बाद में पूरी सच्चाई पुलिस को बताई थी।
दिव्या को कई फैक्चर
स्वजन ने बताया कि दिव्या अभी जिंदगी की जंग लड़ रही है। डाक्टरों ने उसके शरीर में कई फैक्चर बताए हैं। पैर व हाथ कई जगह से टूटे हैं। सिर में काफी चोट है। अभी उसकी हालत को लेकर कुछ भी नहीं कह सकते। स्वजन ने पुलिस के प्रति भी काफी नाराजगी जाहिर की। हादसा सोमवार शाम को हुआ लेकिन पुलिस ने कागजी कार्रवाई में काफी देर कर दी।मंगलवार को पूरा दिन निकल गया लेकिन कागज तैयार नहीं हो सके। स्वजन ने जब हाईवे जाम करने की चेतावनी दी तब जाकर दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान नागरिक अस्पताल लाए गए थे।
स्टंटबाजों पर कार्रवाई करे पुलिस
मोरचरी के पास मौजूद सभी लोगों ने स्टंटबाजों के प्रति काफी नाराजगी जताई। कहा कि ऐसे वाहनों को तुरंत जब्त किया जाना चाहिए। मुदकमे दर्ज होने चाहिए। पुलिस सख्ती बरते तो हादसे रुक सकते हैं। अधिवक्ता दीपक आजाद का कहना है कि वह अक्सर सेक्टर-12 में बाइक व थार चालकों को स्टंट करते हुए देखते हैं। इतनी तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं और अचानक ब्रेक मार देते हैं। ऐसे में अन्य वाहन डर के रहते हैं।