November 17, 2024

नवरात्रो के व्रत में न करे इन चीज़ो का सेवन, पड़ सकता है महंगा

Lifestyle/Alive News: हर किसी के जीवन में व्रत का अपना एक अलग महत्त्व है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि कल से नवरात्रे शुरू होने वाले हैं ऐसे में लोग नौ दिनों तक माँ दुर्गा की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करते हैं साथ ही नौ दिन व्रत भी रखते हैं। व्रत के दौरान लोग फलहारी चीज़े, कट्टु का आटा और साबुनदाना जैसे चीज़ो का जमकर इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं यह सभी चीज़े आपके शरीर को हेल्थी रखने के साथ साथ नुक्सान भी पहुंचाते हैं। तो आइये जानते हैं इस खबर को थोड़ा विस्तार से।

कुट्टू

बकव्हीट यानी कुट्टू ब्लड प्यूरीफाई करने में मदद करता है। लगभग 100 ग्राम कुट्टू में 323 कैलरी होती है और यह प्रोटीन का भी अच्छा सोर्स माना जाता है।

सेहतमंद– डायबिटीक हैं, तो इसका सेवन किया जा सकता है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडोक्स एक रोटी के मुकाबले कम पाया जाता है।

कितना खाएं– 30 ग्राम कुट्टू का सेवन बहुत है।

नुकसान को भी समझें- 9 दिनों तक लगातार इसका सेवन न करें। इससे लो ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है। इसमें चीनी की मात्रा कम है, तो इससे एनर्जी लेवल भी कम हो सकता है।

क्या-क्या बनाएं- पैनकेक, रोटी या पराठे, दलिया और कटलेट भी कुट्टू से बनाए जा सकते हैं।

सिंघाडा
वॉटर चेस्टनट को सुपरफूड माना जाता है। यह लो कैलोरी होता है और फैट की मात्रा भी इसमें जीरो होती है। यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। इसमें तकरीबन 74 प्रतिशत पानी की मात्रा पाई जाती है।

सेहतमंद- सिंघाड़ा सभी के लिए फायदेमंद है। डायबिटीक हैं, तो इसका सेवन कम मात्रा में करें।

कितना खाएं– दिन में 4-5 सिंघाड़े का सेवन करें। इसके आटे का इस्तेमाल करें। इसका तकरीबन 30-40 ग्राम आटा एक दिन के लिए पर्याप्त रहता है।

नुकसान को भी समझें– इसमें पानी की मात्रा अधिक है, तो इसके ऊपर तुरंत पानी न पिएं, वरना खांसी की आशंका हो सकती है।

क्या-क्या बनाएं- इसके आटे से हलवा, रोटी, पूड़ी-पराठे या पैनकेक बनाए जा सकते हैं। वहीं कच्चे सिंघाड़े को छीलकर उसकी सब्जी बनां। जिन-जिन रूप में आटा कुट्टू के आटे का इस्तेमाल करते हैं, उसी तरह इसके आटे का भी प्रयोग किया जा सकता है।

साबूदाना
सागो कहे जाने वाले साबूदाने में स्टार्च की मात्रा ज्यादा है, तो इसके सेवन के बाद पानी की प्यास ज्यादा लगती है। इसे अच्छी तरह भिगोकर और पकाकर ही खाएं। इसमें कैलरी की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में ही करें।

सेहतमंद- बहुत ज्यादा सेवन न करें। एक कटोरी खाना फायदेमंद रहता है। इसे खाने के बाद गला काफी सूखता है, तो पानी ज्यादा पिएं। कम पका होने पर यह सेहत के लिए अच्छा नहीं रहता। जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, वे इसका सेवन कर सकते हैं।

कितना खाएं- भिगोया हुआ आधा या एक कटोरी साबूदाने का सेवन सही रहता है।

क्या-क्या बनाएं- इससे खीर, थालीपीठ, टिक्की, इडली, उपमा और पोहा बनाए जा सकते हैं।

राजगीर
एमरैंथ, रामदाना या चौलाई कहे जाने वाला राजगीरा सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।

सेहतमंद– यह स्वास्थवर्धक है। कम कैलोरीज युक्त है। इसमें प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है। यह सूजन कम करता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को दुरुस्त करता है। वेरिकोज वेंस जैसी समस्या को कम करने में भी इसका सेवन लाभदायक होता है।

कितना खाएं– एक व्यक्ति के लिए कुल 35 से 40 ग्राम पोर्शन लेना पर्याप्त होगा।

क्या-क्या खाएं- इससे क्रैकर्स, दलिया, पैनकेक, खीर, सैलेड आदि बनाए जा सकते हैं।

समां के चावल
बर्नयार्ड मिलेट के नाम से जाने जाना वाला समां के चावल स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 60 होता है। इसलिए डायबिटीज लोग भी इसका सेवन बेझिझक कर सकते हैं।

सेहतमंद– इसे सभी खा सकते हैं।

कितना खाएं– एक कटोरी व्रत के चावल को दिन में दो बार लिया जा सकता है।

क्या-क्या खाएं- इसे डोसा, पुलाव, पोहा, उपमा, हलवा या खीर आदि बनाई जा सकती हैं।