Faridabad/Alive News : हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज भारत में 75 प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और उन तक कृत्रिम अंगों जैसे सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती। ऐसे में मेरा आह्वान है कि शहरों की सामाजिक संस्थाओं को ऐसे अछूते इलाकों को अपना कार्यक्षेत्र बनाकर जरूरतमंदों की मदद करनी होगी। कृत्रिम अंग वितरण समारोह का आयोजन माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट, जिला रैडक्रास सोसायटी, जिला समाज कल्याण विभाग और भगवान महावीर विकलांग सहायता सीमिती जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। इस दौरान लगभग 1200 से अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम पैर, कृत्रिम हाथ (कोहनी से नीचे) पोलियो ग्रस्त व्यक्तियों को कैलीपर्स, बैसाखियां, व्हील चेयर, हाथ से चलाने वाली ट्राई साईकिल और कान से सुनने वाली मशीन भेंट की गई।
दिव्यांगों की सहायता करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान करते हुए महामहिम राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने भी दिव्यांगता उन्मूलन तथा दिव्यांग पुनर्वास योजनाएं शुरू की हैं। इसके लिए सरकार पोलियो ड्राप पिलाने, चिकित्सालय खोलने, चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति, सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों में काफी हद तक सफलता भी मिली है। हाल के वर्षों में दिव्यांगों के प्रति समाज का नजरिया भी तेजी से बदला है।
उन्होंने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को अधिक से अधिक दिव्यांगजनों तक पहुंचाने के लिए दिव्यांगजनों की श्रेणी 7 से बढ़ाकर 21 प्रतिशत कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पहली बार दिव्यांगजनों के लिए पूर्व मैट्रिक व मैट्रिक के बाद विदेशी छात्रवृत्ति शुरू की गई है। दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरियों में उच्च शिक्षा में 4 से 5 प्रतिशत तक के आरक्षण का प्रावधान किया गया है। हरियाणा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र के लिए वर्ष 2021-22 में दस हजार करोड़ रूपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है, जो इस क्षेत्र के लिए रिकाॅर्ड राशि है।
इस अवसर पर महेश गट्टानी अध्यक्ष, माहेश्वरी सेवा ट्रस्ट, नारायण प्रसाद झवंर अध्यक्ष माहेश्वरी मंडल शिविर के सयोंजक रमेश झवंर, अशोक सोमानी ने भी लोगों को सम्बोधित किया।