Chandigarh/Alive News: आम आदमी पार्टी सांसद एवं हरियाणा प्रभारी डॉ सुशील गुप्ता ने कहा है कि हरियाणा बीजेपी की खट्टर सरकार गरीबों के प्रति कितनी गंभीर है उसका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है। उन्होंने कहा की जिस तरह हरियाणा सरकार ने गरीबों को मिलने वाले राशन में से पहले ही मिट्टी का तेल और पिछले साल दाल का वितरण बंद कर दिया था वही अब सरकार ने राशन में गेंहूं की कटौती के साथ साथ इस महीने से 20 रूपये प्रति लीटर मिलने वाला सरसों का तेल और नमक देने से भी हाथ खींच लिए है।
उन्होंने कहा कि एक ओर तो कोरोना महामारी से पिछले 15 महीने से गरीब मजदूर घरों में बैठे रहने की वजह से उनके काम धंधे पूरी तरह ठप्प हो चुके हैं तथा दो जून की रोटी जुटाने के भी लाले पड़े हुए हैं। वहीं गरीबों को राहत देने की बजाय भाजपा-जजपा सरकार उनके निवाले को भी छीन रही है तथा उन्हें भूखे मरने को मजबूर कर रही है। जिसे आम आदमी पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। गठबंधन सरकार के इस रवैये से साफ़ हो गया है कि यह न तो गरीबों की है न किसानों की, न ही आम जनता और न ही व्यापारियों की।
उन्होंने कहा कि प्राइवेट डीलर्स ने किसानों से सीधी सरसों खरीद कर स्टॉक कर लिया है जिसके चलते हैफेड को सरसों का एक दाना भी नहीं मिला। नतीजन सरसों के तेल के दामों में तिगुनी चौगुनी तक वृद्धि हुई और तेल के दाम आसमान छूते हुए 200 रूपये लीटर तक पहुँच गए। उन्होंने कहा कि अभी तो तेल ही बंद हुआ है नए कृषि कानून लागू होते ही यही हाल गेंहू और दूसरी जिंसों का होगा और लोग दाने दाने को मोहताज हो जायेंगें। उन्होंने कहा की पिछले छह महीने से तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए पूरे देश में धरने पर बैठे किसानों का वह अंदेशा पूर्ण रूप से सिद्ध हो गया है ये तीनों कानून सरकार ने केवल अपने हितों को साधने तथा अपने चहेते पूँजीपतियों को लाभ पहुँचाने के लिए ही बनाये थे।
उन्होंने कहा कि इनकी कथनी और करनी में कितना अंतर है। इसी से साबित हो जाता है की गठबंधन की सरकार गला फाड़ फाड़ चिल्ला चिल्ला कर कह रही थी की गरीबों को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा तथा उनके लिए खाने पीने की सभी वस्तुएं निःशुल्क मुहैय्या कराई जाएंगी लेकिन जिस तरह से राशन से कटौती पर कटौती कर रहे हैं तथा राशन व्यवस्था को ही बंद करने की साज़िश रच रहे हैं, उससे इनके चेहरे अब बेनकाब हो गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी की सरकार गरीबों को पूरा राशन मुहैय्या कराये अन्यथा आम आदमी पार्टी कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों की पालना करते हुए पूरे हरियाणा में आंदोलन छेड़ देगी। क्योंकि आम आदमी पार्टी किसान मजदूर व्यापारी के साथ संसद से सड़क तक खड़ी है तथा खड़ी रहेगी।