May 2, 2024

फर्जीवाड़े में नाम सामने आने पर डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने खाया जहर, उपचार के दौरान हुई मौत

Chandigarh/Alive News : ग्रेच्युटी और भत्तों के फर्जी भुगतान के मामल में यमुनानगर से बिजली निगम के एक्सईएन और अकाउंटेंट की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को एलडीएम के साथ आरोपी रहे डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मिली जानकारी के अनुसार बिजली निगम डिवीजन में तैनात डिप्टी सुपरिंटेंटेंड ने कार्यालय में जहर खा लिया और साथी कर्मचारियों से बेकसूर होने की बात कहीं।

मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है। यह घटना सुबह करीब साढ़े 10 बजे की है। बिजली कर्मचारियों के मुताबिक डिप्टी सुपरिंटेंटेंड अपने साथ सल्फास की गोलियां लेकर आए थे। कुछ गोलियां उन्होंने खा ली और बाकी साथी बिजली कर्मियों को पकड़ाते हुए कहा कि फर्जीवाड़े से उनका कोई वास्ता नहीं है, उन्हें फंसाया जा रहा।

जिसके बाद बिजली कर्मचारी उन्हें गांव मनाना स्थित स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जहां से उन्हें पार्क अस्पताल रेफर कर दिया गया। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। करीब 70 लाख रुपये के फर्जीवाड़े के सबूत सीआईए-2 पानीपत ने जुटाए हैं। सीआईए-2 इस मामले में बिजली निगम बिलासपुर के एक्सईएन और डिविजनल अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

इन पर आरोप है कि सेवानिवृत कर्मचारी के नाम से अकाउंटेंट जो वाउचर भरता था, उसी नाम से तीन-चार महीने बाद दूसरा वाउचर काट दिया जाता था, परंतु दूसरे वाउचर में जो रकम भरी जाती थी, वह सेवानिवृत कर्मचारी के खाते के बजाय उसी नाम के अपने जानकार के खाते में जमा करवाते थे। एक ही नाम के खाते में राशि जमा होने से किसी को शक भी नहीं होता था।