Chandigarh/Alive News: हरियाणा में 5 साल से 18 साल की आयु के स्टूडेंट्स का पीपीपी में डेटा अपडेट किया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी सरकारी टीचर्स को दी गई है। शिक्षा निदेशालय डेटा अपडेट की गति धीमी होने से नाराज है। उन्हें लगता है कि टीचर्स काम नहीं कर रहे।
दरअसल, डिप्टी डायरेक्टर आईटी अब तक प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारियों को 15 रिमाइंडर भेज चुके हैं। शिक्षा निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा कि बार-बार रिमाइंडर भेजने के बावजूद पीपीपी का डेटा अपग्रेड करने की गति बहुत स्लो है। इसलिए काम में तेजी लाए और निर्धारित समय में डेटा अपडेट करें।
शिक्षा निदेशालय का आईटी विभाग पीपीपी अपडेट का काम स्लो होने के कारण अब हर दिन डीईओ के पास उनकी प्रोगेस रिपोर्ट भेज रहा है। जिसमें हर जिले के टीचर्स ने एक दिन में कितनी का कौन सी कैटेगिरी का काम पूरा किया, इसका अलग-अलग स्टेट्स आ रहा है।
शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के टीचर्स को 17 लाख 52 हजार 897 स्टूडेंट्स का ऑक्युपेशन स्टेट्स टैग करने का काम सौंपा है। 13 जनवरी को केवल पूरे प्रदेश में 10 हजार 654 बच्चों का यह काम हो पाया था। अभी तक 14 लाख 37 हजार 688 स्टूडेंट्स का पीपीपी में स्टेट्स टैगिंग का काम पेंडिंग है। पलवल में 13 जनवरी को केवल 160 स्टूडेंट्स का डेटा अपडेट किया।
फरीदाबाद ने की 81 स्टूडेंट्स की बर्थ टैगिंग
सरकारी स्कूलों में 9 लाख 89, 840 स्टूडेंट्स की पीपीपी में उनकी जन्म तिथि टैग करनी है। अभी तक केवल 2 लाख 5 हजार 822 बच्चों का डेटा ही अपडेट हुआ है। 7 लाख 84 हजार से ज्यादा बच्चों की बर्थ टैगिंग का काम पेंडिंग है। फरीदाबाद में 13 जनवरी को केवल 81 बच्चों का बर्थ टैगिंग का काम हुआ।