Faridabad/Alive News: एक अध्यापक ने फरीदाबाद लक्कड़पुर के सरकारी स्कूल में कार्यरत संस्कृत अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्यमंत्री विंडो, शिक्षा निदेशालय, जिला उपायुक्त और जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत दी।
शिकायतकर्ता ललित भारद्वाज का आरोप है कि लक्कड़पुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में कार्यरत अध्यापक पर भ्रष्टाचार और सरकारी धन के गबन का आरोप साबित होने के बाद शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर उस समय की शिक्षा अधिकारी रही रितु चौधरी ने संस्कृत अध्यापक के यतेन्दर शास्त्री को सस्पेंड कर दिया था।
मजे की बात यह रही कि सस्पेंड अध्यापक यतेन्दर शास्त्री को निवर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी ने सरकारी स्कूल में संस्कृत अध्यापक की कमी का हवाला देते हुए यतेंद्र शर्मा को लक्कड़पुर के सरकारी स्कूल में फिर से नियुक्ति दे दी गई।
उक्त अध्यापक की शिकायत मुख्यमंत्री के पास पहुंची तो उस समय फरीदाबाद में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के पद पर मुनेश चौधरी कार्यरत थी। सीएम ने उन्हें अध्यापक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर 37 लाख रुपये की रिकवरी के आदेश जारी किये थे। लेकिन उस समय की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई करनी तो दूर सस्पेंड संस्कृत अध्यापक को उल्टा स्कूल में नियुक्ति दे दी।
शिकायतकर्ता ललित भारद्वाज ने आरोप लगाया कि संस्कृत अध्यापक यतेंद्र शर्मा (शास्त्री) बल्लभगढ़ खंड में सेक्टर-7 स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यरत थे। उन पर आरोप था कि उन्होंने 5 साल तक उपरोक्त स्कूल की वर्ष 2010 तक की नेगेटिव रिपोर्ट छुपाकर राज्य शिक्षक अवार्ड प्राप्त कर लिया था, जिसकी शिकायत ललित भारद्वाज ने शिक्षा निदेशालय के उच्च अधिकारियों, सीएम विंडो और पीएम विंडो पर की थी। जिसके बाद निदेशालय ने संस्कृत अध्यापक के खिलाफ जांच शुरू की और आरोप सही मिलने पर उस समय की जिला शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे। इसके बाद अध्यापक यतेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया था।
शिकायककर्ता ललित भारद्वाज ने फरवरी में दी शिकायत में आरोप लगाया कि सीएम द्वारा संस्कृत अध्यापक पर कार्रवाई के निर्देश होने के बाद भी पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी मुनेश चौधरी ने अध्यापक यतेंद्र को न केवल फिर से बहाल कराया, लक्कड़पुर सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल किरण सिंह को भी दबाव में लेकर उनकी स्कूल में नियुक्ति कराई। उधर, संस्कृत अध्यापक वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी आशा दहिया और लक्कड़पुर सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल से मिलकर सारे बेनिफिट लेने का भी ललित भारद्वाज ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है।
संस्कृत अध्यापक यतेन्दर सास्त्री ने अपने पर लगे आरोप को बेबुनियाद बताया और कहा कि कोई बेनिफिट नही मिल रहा। उन्होंने कहा कि ये व्यक्ति अपनी स्कूल की ड्यूटी सही से नही करके उनके और विभाग के अधिकारियों को परेशान कर रहा है। उन्हें बेनिफिट शिक्षा निदेशालय से मिलने है वह नही मिल रहे। स्कूल की प्रिंसिपल और डीईओ को बेवजह फंसाया जा रहा है।
दूसरी ओर लक्कड़पुर सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल किरण सिंह से इस बारे में फोन से पूछा गया तो उन्होंने काम की व्यस्तता जताते हुए मामले से दूरी बना ली।