New Delhi/Alive News : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरे साल भी 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर मध्य एशियाई देशों से कोई विदेशी मुख्य अतिथि नहीं होगा। सरकार ने पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा था लेकिन अब योजनाओं को रद्द कर दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के कारण इस साल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 70-80 प्रतिशत घटकर लगभग 5,000-8,000 की गई है। पिछले साल की परेड में लगभग 25,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी।
समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष राजपथ पर प्रस्तुति देने वाले कुल 600 युवा कलाकारों का चयन रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता ‘वंदे भारतम’ के माध्यम से किया गया ताकि देश भर के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो और प्रतिभाशाली नर्तकियों को प्रोत्साहित किया जा सके।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस की आमंत्रितों की सूची में निर्माण श्रमिक, सफाई कर्मचारी, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता और ऑटो-रिक्शा चालक शामिल हैं। पहली बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर आगंतुकों को युद्धाभ्यास करने वाले लड़ाकू विमानों के कॉकपिट से कुछ अनदेखी दृश्यों की झलक मिलेगी।
आईआईटी-दिल्ली के स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान 1000 ड्रोन प्रदर्शन करेंगे। जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए चुनी गई 12 झांकियों की अंतिम सूची में तमिलनाडु की झांकी शामिल नहीं हो सकी।