भोपाल 29 मार्च : यह जानते हुए कि सिगरेट और तंबाकू सेहत के लिए हानिकारक चीज़ें हैं, फिर भी लोग इसका सेवन करते हैं। शायद ही कोई ऐसा दिन हो कि वे इसका इस्तेमाल न करते हों। मध्य प्रदेश में पिछले 10 सालों में तंबाकू खाने वालों की संख्या में कमी आई है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साल 2015-16 में कराए गए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 (एनएफएचएस-4) से पता चला है कि 59 प्रतिशत पुरुष और 10 प्रतिशत से अधिक महिलाएं आज भी तंबाकू का सेवन करती हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए सर्वेक्षण को, एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एएमएस) और इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेजमेंट रिसर्च (आईआईएचएमआर) ने इसके लिए करीब 52,042 घर (हाउस होल्ड) की करीब 62,803 महिलाओं और 9,510 पुरुषों से संपर्क किया।
सर्वेक्षण से पता चला कि शहरी क्षेत्र की 6.5 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र की 12.1 प्रतिशत महिलाएं किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करती हैं। साल 2005-06 में हुए एनएफएचएस-3 में महिलाओं के तंबाकू खाने का आंकड़ा 16 प्रतिशत था। इसी तरह सर्वेक्षण बताता है कि राज्य मे 59.5 प्रतिशत पुरुष, तंबाकू का उपयोग करते हैं, जिनमें शहरी पुरुषों का आंकड़ा 53.1 प्रतिशत और ग्रामीण पुरुषों का आंकड़ा 62.4 प्रतिशत है। इसके चलते तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुषों की संख्या में छह प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है।
वहीं, दूसरी ओर राज्य में पुरुष और महिलाएं, दोनों ही शराब का सेवन भी करते हैं। कुल 1.6 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती हैं, जबकि पुरुषों के शराब पीने का आंकड़ा 29.6 प्रतिशत है। साल 2005-06 में 2.1 प्रतिशत महिलाएं और 30.8 प्रतिशत पुरुष शराब पीते थे। बीते 10 सालों में राज्य में तंबाकू और शराब पीने के आंकड़ों पर गौर किया जाए, तो इसका सेवन करने वालों की संख्या में कमी आई हैं। तंबाकू खाने के मामले में महिलाओं में 7.5 प्रतिशत और पुरुषों में छह प्रतिशत की कमी आई है, जबकि शराब पीने के मामले में महिलाओं में आधा प्रतिशत और पुरुषों में एक प्रतिशत की कमी आई है।