November 22, 2024

मृत्यु उसकी होती है जो धर्म का आचरण नहीं करता : स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य

Faridabad/Alive News : श्री सिद्धदाता आश्रम के संस्थापक वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज की पुण्यतिथि पर हजारों की संख्या में शिष्य परिवारों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर आयोजित विशाल चिकित्सा जांच शिविर का उद्घाटन विधायक सीमा त्रिखा ने किया।

विधायक सीमा त्रिखा ने कहा कि वह हमेशा से आश्रम आती रही हैं और यहां की शक्तियों को प्रत्यक्ष महसूस करती हूं। मैं तो यहां की मिट्टी को ही अपना सौभाग्य मानती हूं और यहां आकर आनंद महसूस करती हूं। उन्होंने कहा कि वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज भूत, भविष्य एवं वर्तमान को बिना बताए जान लेते थे और लोगों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन करने में सक्षम थे।

इस अवसर पर जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि बाबा ने इस सिद्ध स्थल को अपनी तपस्या से बनाया है जहां आस्था रखने वालों के धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती ही है। उन्होंने कहा कि बाबा की मृत्यु नहीं हुई है, मृत्यु उनकी होती है जो जीवन में धर्माचरण नहीं करते। सिद्धों संतों की मृत्यु नहीं होती है, वह केवल समय पूर्ण होने पर शरीर छोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि वैकुुंठवासी गुरु महाराज यहीं हैं और हम सब पर अपनी कृपा कर रहे हैं। यह उनका वचन है कि जो श्री सिद्धदाता आश्रम में आस्था रखेगा, उसका कुशलक्षेम वो देखेंगे।

इससे पहले स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने वैकुंठवासी बाबा की समाधि पर पूजा अर्चना कर जनकल्याण के लिए प्रार्थना की। शिविर में अमृता अस्पताल, एबल अस्पताल एवं मानव रचना डेंटल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लोगों के सामान्य रोगों, दिल, सुगर, स्त्री रोगों, हड्डी एवं आंखों के रोगों की जांच की गई। इस अवसर पर एबल अस्पताल की ओर से भक्तों के मोतियाबिंद की निशुल्क जांच की गई एवं उपयुक्त पाए गए लोगों को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। इस अवसर पर गुरुभक्तों ने भी अपने विचार रखे वहीं गायक मंथन बेरी ने अपने सुमधुर भजनों से इस बेला को और अर्थपूर्ण बना दिया।