Faridabad/Alive News: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत भारत सरकार ने ‘बहरेपन की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम’ (एनपीपीसीडी) नामक बधिर व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय सप्ताह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अंतराष्ट्रीय सप्ताह में 19 सितंबर से 25 सितंबर तक पूरे प्रदेश में बधिर व्यक्तियों को इलाज कराने के लिए जागरूक किया जाएगा।
फरीदाबाद में इसके अंतर्गत बादशाह खान नागरिक अस्पताल के साथ-साथ और भी जगहों पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें आशा कर्मचारियों तथा आंगनवाड़ी कर्मचारियों को आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा सरकारी स्कूलों में जाकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिसमें जन्मजात बधिर व्यक्तियों तथा बधिर बुजुर्गों को कान में होने वाली बीमारियों के बारे में अवगत कराया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक अबतक जिले पिछले छः महीनों में इस मुहिम के अंतर्गत 1020 बधिरों का सफल इलाज़ करवा चुका है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है:
- ऐसे सेवा तंत्र को मजबूत करना जो कान की समस्याओं को देख सकें।
- इतनी बड़ी आबादी वाले भारत देश में लोगों को बहरेपन की रोकथाम पर विशेष ध्यान देना।
- इस कार्यक्रम के तहत प्राथमिक एवं चयनित स्वास्थ्य केंद्र को ज़िला अस्पतालों की संस्थागत क्षमता तथा सामुदायिक स्वास्थ्य का विकास करना।
बीके अस्पताल के एनपीपीसीडी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रश्मि बत्रा के अनुसार पूरे देश में 2013 के सर्वे के अनुसार लगभग 6 करोड़ 30 लाख बधीर हैं और यह संख्या और ना बढ़े उसके लिए यह कार्यक्रम बहुत ही उपयोगी है। क्योंकि अक्सर कान में समस्या होने पर लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं या फिर घरेलू नुस्ख़े आजमाकर ठीक करने में लग जाते हैं। यह समस्या अधिकतर बच्चों में तथा बुजुर्गों में आती है। हमारी टीम सिविल सर्जन डॉ. विनय गुप्ता के नेतृत्व में इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरे लगन से जुटी हुई है। बीके अस्पताल से ऑडियोलॉजिस्ट डॉ. अर्जुन गुर्जर, नोडल अफसर डॉ. सिमा बांगर, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. रत्ना प्रिया अबतक पिछले 15 दिनों में 4 सरकारी स्कूलों में शिविर लगा चुके हैं, और भी जगहों पर लगाने की बात चल रही है।