Faridabad/Alive News: डीएवी शताब्दी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा 26 जून को ‘अन्तर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस’ के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रस्तरीय वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का विषय ‘मादक पदार्थों की लत एक धीमी और स्थिर मौत’ रखा गया। इस प्रतियोगिता में सम्पूर्ण भारतवर्ष के लगभग 8 राज्यों के महाविद्यालयों विश्वविद्यालयों के 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता की संरक्षिका कार्यवाहक प्राचार्या डॉ सविता भगत, पर्यवेक्षक डॉ जितेंद्र ढुल, एवं संयोजक मंडल में कविता शर्मा तथा निशा अग्निहोत्री रहीं। इनके साथ ही सहायकाचार्य नीरज मलिक तथा छात्र स्वयंसेवक निशा गेरा एवं दीपेश सिंह भी संयोजक मंडल में रहे। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार योगिता डीएवी गर्ल्स कॉलेज यमुनानगर, द्वितीय पुरस्कार हेमन्त शर्मा जे सी बॉस विश्वविद्यालय एवं तृतीय पुरस्कार आशीष चौधरी आगरा कॉलेज आगरा एवं अपूर्वा अरोडा बनस्थली विद्यापीठ जयपुर ने संयुक्तरूप से प्राप्त किया।
निर्णायक मंडली में डॉ अंकुर अग्रवाल, अंकिता मोहिंद्रा एवं रचना कसाना रहीं। डॉ सविता भगत ने सभी प्रतिभागियों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि नशे की लत से प्रत्येक वर्ष हमारे देश में लाखों मौतें हो जाती हैं। ये एक धीमा जहर है जो समाज के लिए बहुत बड़ी बीमारी है। इस बीमारी को रोकने के लिए हमें स्वयं जागरूक रहते हुए अपने समाज तथा देश को भी जागरूक करते रहना होगा। तभी नशा निषेध दिवस मनाने का प्रयोजन सफल हो सकेगा। इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों तथा आयोजक मण्डल को बधाई दी।