May 18, 2024

साइबर ठगी करने वाले गिरोह का किया भंड़ाफोड, 8 आरोपी गिरफ्तार

Faridabad/Alive News : साइबर थाना की टीम ने लोन के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के 8 सदस्य सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शैलेंद्र दीपांश, मोहित व गौरव, उत्तर प्रदेश तथा उमेश व अक्षय फरीदाबाद और राजस्थान, हनुमानगढ़ के रहने वाले सुरेंदर और गुरप्रीत का नाम शामिल है।

आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं के तहत नवंबर 2021 में साइबर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें आरोपियों ने तिगांव के रहने वाले ऋषि नाम के व्यक्ति के साथ 1.93 रुपए की धोखाधड़ी की थी।

आरोपी, लोगों को कैपिटल वन फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बनकर फोन करते थे और उन्हें सस्ते दाम पर लोन देने का लालच देते थे। भोले भले लोग आरोपियों की बातों में आ जाते थे और लोन लेने के लिए तैयार हो जाता थे। आरोपी उनसे लोन पास करवाने के लिए फर्स्ट टाइम रजिस्ट्रेशन चार्जेस, फाइल खर्च, प्रोसेसिंग फीस, जीएसटी इत्यादि के नाम पर उनसे पैसे मांगते थे। जिसे वह अपने बैंक खातों में डलवा लेते थे। इसी प्रकार धोखाधड़ी करते हुए आरोपियों ने फरीदाबाद निवासी ऋषि को अपने जाल में फंसाकर उसके साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया जिसने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी, जिसपर मुकदमा दर्ज करके साईबर टीम मामले की जांच में जुट गई।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में शामिल आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के निर्देश तथा डीसीपी मुख्यालय नीतीश अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बसंत कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। जिसमें सब इंस्पेक्टर योगेश, नीरज तथा भूपेंद्र, एसआई सत्यवीर व राजेश, महिला प्रधान सिपाही अंजू, सिपाही संदीप तथा अंशुल का नाम शामिल था।

टीम ने इस मामले में साइबर तकनीकी के माध्यम से कड़ी मशक्कत करते हुए मामले के 4 आरोपियों शैलेंद्र, दीपांश, मोहित तथा गौरव को दिनांक 10 जनवरी को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नोएडा में अपना कॉल सेंटर चला रहे थे और कॉल सेंटर से ही साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों को अदालत में पेश करके 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले उमेश और अक्षय के बारे में पुलिस को जानकारी दी जिसके पश्चात दिनांक 14 जनवरी को पुलिस ने उमेश और अक्षय को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके पश्चात हनुमानगढ़ के रहने वाले सुरेंद्र और गुरप्रीत को दिनांक 17 जनवरी को हनुमानगढ़ से गिरफ्तार किया गया।