Palwal/Alive News: पुलिस ने साइबर क्राइम गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने मात्र दस दिन के अंदर 43 लोगों के बैंक खातों से 31 लाख रुपए निकाल लिए और 3 करोड़ रुपये निकालने की तैयारी की थी। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को बंद कराया, जिनमें दस लाख रुपये की राशि जमा हंंै। फिलहाल आरोपियों को अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार 24 मई से 2 जून के बीच इस मामले में 43 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें पीड़ितों ने पुलिस को जानकारी दी थी कि उनके बैंक खातों से निरंतर रुपए निकलने के मैसेज आ रहे हैं। दिन-प्रतिदिन दर्ज हुए इस प्रकार के मामलों की गंभीरता को देखते हुए सीआईए पलवल इंचार्ज अशोक कुमार व साइबर सैल प्रभारी हैड कांस्टेबल विनोद भाटी के नेतृत्व में टीम गठित कर गहनता से जांच की गई। जांच में पाया गया कि पीड़ितों के खातों से निकाले हुए रुपए जिला छपरा बिहार निवासी आमिर हुसैन व फरार आरोपी विनय के खातों में जमा हुए हैं।
आमिर हुसैन व चितरंजन पलवल में ही किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। सबसे पहले आमिर हुसैन व चितरंजन को काबू कर पूछताछ की गई। पूछताछ के आधार पर गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) निवासी रोहित त्यागी, बिहार निवासी किरण पुत्री प्रमोद शर्मा को दिल्ली से काबू किया गया। चारों आरोपियों से गहन पूछताछ करने पर पता चला कि उन्होंने पलवल के रजिस्ट्री कार्यालय में डेलीवेज पर काम करने वाले गांंव खटेला निवासी तुलाराम से मिलीभगत करके रजिस्ट्रियां हासिल की हैं।
तुलाराम को भी गिरफ्तार किया गया और सभी से आमने-सामने गहन पूछताछ की गई तो उसने बताया कि प्राप्त हुई रजिस्ट्रीयों पर खरीदार व विक्रेताओं के लगे हुए अंगूठे के निशान व आधार कार्ड नंबर को लिया गया। उसके बाद अंगूठे का क्लोन तैयार कर एईपीएस से 31 लाख रुपये निकाल लिए। इतना ही नहीं आरोपियों ने काफी अंगूठा क्लोन तैयार कर रखे हुए थे, जिनसे तीन करोड़ रुपये निकालने थे। लेकिन उससे पहले ही उनको गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 2 हजार 78 रजिस्ट्री की प्रतियां, जिनमें से 10 प्रतियों का प्रयोग धोखाधड़ी के लिए किया गया। एक बायोमेट्रिक मशीन, अलग-अलग बैंकों के 11 डेबिट कार्ड, विभिन्न कंपनियों के 270 सिम कार्ड, अंगूठा क्लोन रबड स्टेम्प मशीन, इलैक्ट्रिक केबल, पांच बोतल फोटो पॉलीमर रबड जैल, एक लैपटॉप व चार्जर, प्रिंटर-स्कैनर, एक लेमिनेशन मशीन व दो पैकेट प्लास्टिक सीट, 220 अंगूठा क्लोन, 186
तैयारशुदा अगूंठा क्लोन, जिनका उपयोग धोखाधड़ी के लिए किया जाना था। इसी प्रकार 34 अगूंठा क्लोन, जिसका उपयोग करके 23 लाख 45 हजार रुपए की राशि निकाली गई। आधार कार्ड के खाली फॉर्मेट के 68 प्लास्टिक कार्ड, कुल 21 पैन कार्ड, 64 पास्पोर्ट साइज फोटो, 5 आधार कार्ड, एक पैन ड्राईव, एक ड्राईविंग लाईसेंस, एक पासबुक व एक चैकबुक को बरामद किया गया है। आरोपियों को अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है। आरोपियों के एक-दो साथी फिलहाल फरार है जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।