Faridabad/Alive News: उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने धूलकण प्रदूषण के संबंध में निर्माण एजेसियों द्वारा स्वयं मूल्यांकन के लिए http://dustapphspcb.com पर “धूल प्रदूषण स्वयं मूल्यांकन, एचएसपीसीबी”, कथित वेब पोर्टल के माध्यम से एक ऑनलाइन प्रणाली विकसित की है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में सभी परियोजना प्रस्तावकों, ठेकेदारों, बिल्डरों, व्यक्तियों या प्राधिकरण उपक्रमों के निर्माण व विखंडन गतिविधि के लिए बिना असफल हुए अनिवार्य पंजीकरण करने तथा स्वयं-मूल्यांकन पत्रक पाक्षिक प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया जाता है।
इसके साथ ही विनिर्देश परियोजना प्रस्तावक को कुछ नियमों की अनुपालना करनी होगी
जिसमे उन्हें सिविल संरचनाओं के निर्माण और विध्वंस की सभी वर्तमान/आगामी परियोजनाओं (500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक के भूखंड क्षेत्र पर) को वेब पोर्टल पर अनिवार्य रूप से पंजीकृत होना आवश्यक है। अनुपालन के लिए अनिवार्य/निर्देशित मापदंडों पर अपनी गतिविधियों की स्व-निगरानी/स्व-ऑडिट करना और अनुपालन की स्थिति में सुधार के लिए, यदि आवश्यक हो, आवश्यक कदम उठाना है।
इसके साथ ही परियोजना प्रस्तावक को वेब पोर्टल पर दिए गए मापदंडों पर धूल नियंत्रण उपायों के लिए स्व-लेखापरीक्षा/स्व-निर्धारण करना होगा और पाक्षिक आधार पर स्व-घोषणा अपलोड करनी होगी। परियोजनाओं की दूरस्थ कनेक्टिविटी के साथ वीडियो बाड़ लगाने का प्रावधान (एनसीआर के नगर निगम क्षेत्र और 500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक के भूखंड क्षेत्र) पोर्टल का हिस्सा है। विश्वसनीय कम लागत वाले PM2.5 और PM10 सेंसर को परियोजना स्थल पर स्थापित किया जाना है और वेब पोर्टल पर लाइव डैशबोर्ड के साथ क्लाउड स्टोरेज प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाना है।