Faridabad/Alive News: भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरु का 57वीं पुण्यतिथि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ के कार्यालय सेक्टर-10 स्थित कांग्रेस भवन में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस दौरान कोविड नियमों की पालना करते हुए के तहत 5-5 की संख्या में कांग्रेसियों ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मुख्य रुप से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पंडित योगेश गौड़, चेयरमैन डा. एस.एल. शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अनिल कुमार नेताजी, कांग्रेसी नेता संजय सोलंकी, कांग्रेसी नेता एवं समाजसेवी अशोक रावल, कांग्रेसी नेता मनोज शर्मा मौजूद थे।
उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेसियों ने संयुक्त रूप से कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरु एक आदर्श थे और हमेशा रहेंगे। उनके द्वारा देश निर्माण में दिए योगदान को भारतवासी कभी नहीं भूला सकते। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान 1950 में अधिनियमित हुआ, जिसके बाद पंडित नेहरु ने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के एक महत्त्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की। उन्होंने विदेश नीति में भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय नायक के रूप में प्रदर्शित करते हुए उन्होंने गैर-निरपेक्ष आन्दोलन में एक अग्रणी भूमिका निभाई।
कांग्रेसियों ने कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों ने करीब 500 देशी रियासतों को एक साथ स्वतंत्र किया था और उस वक्त सबसे बडी चुनौती थी उन्हें एक झंडे के नीचे लाना, नेहरु ने भारत के पुनर्गठन के रास्ते में उभरी हर चुनौती का समझदारी पूर्वक सामना किया। कांग्रेसियों ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु को बच्चों को बहुत स्नेह था, जिसके चलते बच्चे उन्हें चाचा कहकर पुकारते थे और वह चाचा नेहरु के नाम से विख्यात हो गए।
उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में नेहरु की अह्म भूमिका रही, इसलिए आज उनकी पुण्यतिथि पर उनके बताए मार्ग पर चलने का हम सभी का संकल्प लेते हुए समाज व देशहित में कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए। वहीं उन्होंने लोगों से भी अपील की कि कोरोना महामारी के इस दौर में वह अपना और अपने परिवार का खास ध्यान रखें और कोविड नियमों की सख्ती से पालना करें, तभी कोरोना पर विजय पाई जा सकती है।