November 19, 2024

कांग्रेसी नेता विजय प्रताप पहुंचे जवाई कॉलोनी, फिर दोहराई पुनर्वास की मांग

Faridabad/Alive News : कांग्रेसी नेता विजय प्रताप मंगलवार को डर के साए में रह रहे लोगों के बीच जवाई कॉलोनी में पहुंचे और उनको हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सरकार से फिर लोगों को उजाडऩे से पहले पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की। विजय प्रताप ने कहा कि प्रशासन पहले कॉलोनी की पैमाइश कराए क्योंकी कालोनी का ज़्यादातर हिस्सा बढ़कल गाँव का ग़ैर मुमकिन पहाड़ है जिसपर हाई कोर्ट ने गाँव वालों के पक्ष में स्टे ऑर्डर किया हुआ है इससे पहले कार्यवाही होती है तो ये कोर्ट की अवमानना होगी.

उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी की ये वन विभाग की ज़मीन नहीं है इसके बावजूद सरकार इन ग़रीबों के मकान उजाड़ रही है इसके लिए 11 लोगों की एक कमेटी बनाने की बात कॉलोनीवासियों से की। सुप्रीम कोर्ट में जो भी खर्चा केस पर आएगा, उसका वो स्वयं वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही कॉलोनीवासियों का एक डेलीगेशन सरकार से मिलेऔर तोडफ़ोड़ की कार्यवाही से पहले पैमाइश कराने की मांग करें ।

विजय प्रताप ने कहा कि आसपास के गांव पहाड़ों में बसे हुए हैं, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ये देखना ज़रूरी है की पहाड़ में आने वाले गाँव के लोगों के पास तो मिल्कियत में पहाड़ ही आएँगे खेती की ज़मीन तो इन गाँवों के पास और गाँवों के मुक़ाबले 10 प्रतिशत ही है तो ये लोग कहा जाए कैसे जीवन यापन करे और अब तो उन्हें रहने भी नहीं दिया जा रहा क्या सुप्रीम कोर्ट हिमाचल उत्तराखंड जैसे पहाड़ वाले राज्यों के साथ भी ऐसा दृष्टिकौण रख सकती है अगर नहीं तो इन गाँवों का क्या क़सूर है उन्होंने कहा की नगर निगम की ज़मीन पर जो ग़रीबों के मकान है पहले से ये तय नीति है और सुप्रीम कोर्ट तक ने ये कहा है की पहले उन्हें पुनर्वास दो फिर हटाओ इसलिए सरकार को अपनी कार्यवाही रोककर पुनर्वास की नीति पर ज़ोर देना चाहिए ।

विजय प्रताप ने कहा कि इन गरीब लोगों का केस मैं स्वयं लड़ूंगा और शांतिपूर्ण तरीके से प्रशासन की कार्यवाही का विरोध किया जाएगा। उन्होंने लोगों से एकजुट रहने और शांति व्यवस्था कायम रखने की बात कही। सुप्रीम कोर्ट कई बार कह चुका है कि गरीबों को उजाडऩे से पहले पानी, बिजली एवं मकान दिए जाएं और यही मांग हम प्रशासन से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी अपना मकान खाली करने की जरूरत नहीं है और सभी संगठित रहें।