December 23, 2024

शीतलहर ने बढ़ाई लोगों की ठिठुरन, इतने डिग्री पहुंचा पारा

Weather/Alive News: स्मार्ट सिटी के मौसम में उतार-चढ़ाव लगातार जारी है। दो दिन राहत के बाद बुधवार को एक बार फिर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शीत लहर चलने से ठिठुरन बढ़ गई है। इससे दिन में सड़कों पर आवाजाही कम रही है। बच्चे-बड़े घरों में दुबके रहे। न्यूनतम तापमान सात डिग्री और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बल्लभगढ़ क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत 320 रहा, जो प्रदूषण की बहुत खराब श्रेणी में आता है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

मौसम वैज्ञानिक महेश पहलावत ने बताया कि कुछ दिनों से चल रही बर्फीली हवाएं चल रही है। जिससे रात का तापमान लगातार नीचे जा रहा है। बुधवार को करीब 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली ठंडी हवाओं से अधिकतम तापमान में एक डिग्री गिरावट दर्ज की गई, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री कम सात डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। इससे लोगों को दिन और रात के समय काफी ठंडक का अहसास हआ। वहीं, बदलते मौसम में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र कुमार ने कहा कि ठंड से ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ जाती है और प्रदूषण से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। किडनी के मरीजों के लिए यह ज्यादा खतरनाक होता है। प्रदूषण के कारण हानिकारक कण हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते है। जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और बीमारियों का जंजाल बन जाता है। इसलिए यह प्रदूषण केवल सांस के लिए ही नहीं बल्कि ये पूरे शरीर के लिए हानिकारक है। इसलिए सुबह की सैर और व्यायाम बाहर की बजाए घर के अंदर ही करें। मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि 25 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। ऐसे में संभावना है कि पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर से 10 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक रफ्तार से हवा चलेगी। ऐसे में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।

जिले में पिछले कई दिनों से हवा खराब व बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। बुधवार को भी यह बहुत खराब श्रेणी में बना रहा। हालांकि दिन भर हवा चलती रही, लेकिन इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में कोई खास कमी देखने को नहीं मिली। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार बुधवार को फरीदाबाद का एक्यूआई 227 और बल्लभगढ़ क्षेत्र का 320 दर्ज किया गया। यह प्रदूषण की बहुत खराब श्रेणी में आता है। अलग-अलग क्षेत्रों की बात करें तो सेक्टर 16 क्षेत्र में 232, सेक्टर 30 क्षेत्र में 144, एनआईटी क्षेत्र में 304 एक्यूआई दर्ज किया गया।