फरीदाबाद : देश के संविधान दिवस का जिलास्तरीय समारोह स्थानीय सैक्टर-12 स्थित हरियाणा राज्य खेल परिसर में मनाया गया। इस मौके पर स्कूली बच्चों सहित अन्य धावकों की ‘रन फॉर जस्टिस एण्ड लिबर्टी’ नाम से आयोजित सामूहिक दौड़ को नगराधीश गौरव अन्तिल में बतौर मुख्यातिथि हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह दौड़ खेल परिसर से सैक्टर-12-13 तथा 12-14 व 12-15 की विभाज्य सडक़ से होते हुए वापिस खेल परिसर में आकर ही सम्पन्न हुई।
समारोह को सम्बोधित करते हुए नगराधीश गौरव अन्तिल ने कहा कि 15 अगस्त, 1947 को हमारे देश को आजादी मिली तो उस समय हमारा कोई संविधान मौजूद नही था। इसके बाद बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में संविधान निर्माण समिति बनाई गई। समिति में 284 सदस्य थे, जिनमें 15 महिलाएं भी शामिल थी।
इस संविधान सभा ने दो वर्ष, 11 माह और 18 दिन में कुल 114 बैठकों के फलस्वरूप 26 नवम्बर 1949 को हमारे संविधान को अन्तिम रूप दे दिया और संविधान का ड्राफ्ट अंगीकार हुआ। इसके बाद दो माह पश्चात 26 जनवरी, 1950 को इस ऐतिहासिक गरिमापूर्ण दिवस पर हमारे संविधान को स्वीकार किया गया जो हमारा गणतन्त्र दिवस कहलाया। उन्होंने कहा कि हमें सदैव अपने संविधान को अपने सभी धर्म ग्रन्थों की तरह ही सिरमौर रखकर सच्चे मन से इसमें निहित हर नियम-कानून-कायदों का पालन करना चाहिए।
समारोह में जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी आरके जांगड़ा, श्रम समझौता अधिकारी हरीश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी रामकुमार फलसवाल, जिला जिमनास्टिक एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक सीएस दलाल, खाद्य एवं पूर्ति विभाग के सहायक सुरेन्द्र कराहना सहित जिला के सभी खेल प्रशिक्षक व सम्बन्धित अधिकारी भी उपस्थित थे।