December 28, 2024

शिव नाडर स्कूल के बच्चों ने जिदंगी की वास्तविक समस्याओं पर रखें अपने विचार

Faridabad/Alive News: शिव नाडर स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्रों ने कोलोक्वियम 2022 में हानिकारक टेक्नोलॉजी के माध्यम से कई बेहद जरुरी समस्याओं के समाधान पर अपने विचार प्रस्तुत किया। इस वर्ष की प्रतियोगिता की विजेता शिव नाडर स्कूल, फरीदाबाद की टीम ब्रोक्स थी, जिसमें छात्र राघव, काशवी, नीयाती, रेयर्थ और शगुन शामिल थे। टीम ने स्कूलों के लिए एक व्यक्तिगत और किफायती ब्रेल प्रिंटर डिज़ाइन करके ब्रेल साक्षरता बढ़ाने के लिए एक प्रिंटर बनाया है। विजेता टीम को जिनेवा, स्विटज़रलैंड में सर्न (यूरोपियन ऑर्गेनाइज़ेशन फ़ॉर न्यूक्लियर रिसर्च) की तरफ से सभी ख़र्चों के साथ यात्रा करने का मौका मिला है।

वहीं, दूसरा पुरस्कार शिव नाडर स्कूल, गुरुग्राम की टीम एक्सीसेफ को मिला, जिसमें छात्र- अर्चित, सिद्धार्थ, निशा, इशिता और सार्थक शामिल थे। टीम ने दुर्घटनाओं के दौरान दोपहिया सवारों की सुरक्षा के मकसद से एक रक्षात्मक एयर वेस्ट बनाया है। वार्षिक सम्मेलन एक साल से तकनीकी प्रोजेक्ट पर काम करने वाले छात्रों के लिए एक मंच प्रदान करता है। जिससें वह वास्तविक दुनिया की समस्या को संबोधित कर पाए।

इस मौके पर बोलते हुए, शिव नाडर स्कूल में प्रौद्योगिकी के प्रमुख, मार्क नेल्सन ने कहा, “शिव नाडर स्कूल में, हमारा उद्देश्य अपने छात्रों को एक ऐसा परिवेश देना है जहां वे बहु-विषयक ज्ञान को ले पाए। उन्हें वस्तिविक्ता से जुड़े ज़रूरी प्रोजेक्ट्स पर काम करवाकर -दुनिया की समस्याओं के लिए गंभीर और विश्लेषणात्मक रूप से सोचने के लिए प्रेरित करते हैं। युवा छात्र चालाक आब्जर्वर होते हैं, इसलिए वे स्वाभाविक रूप से जांच, आविष्कार और योजना के माध्यम से अनुसंधान, तर्क और भविष्यवाणी के कौशल को विकसित करते हैं।

प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के साथ दो स्तरीय चयन प्रक्रिया का पालन करना है। उसके बाद प्रोजेक्ट्स के प्रभाव और विशिष्टता को समझने के लिए एक बाहरी जूरी के साथ एक प्रस्तुति और पारस्परिक विचार-विमर्श होता है। जबकि शिव नाडर स्कूल, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम के 60 प्रोजेक्ट्स को उप-जूरी में प्रस्तुत किया गया था, केवल सात को फाइनल जूरी राउंड के लिए चुना गया था। बाहरी जूरी में कैशिफाई के सह-संस्थापक और सीटीओ अमित सेठी, डायसन इंडिया के प्रबंध निर्देशक अंकित जैन, यूक्लीन के संस्थापक अरुणाभ सिन्हा शामिल थे।