November 18, 2024

बाल सुरक्षा, साइबर सुरक्षा के लिए जीवा में किया गया सेन्सेटाईज़ेशन कार्यक्रम

Faridabad/Alive News : 21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में किंडरगार्टन के छात्रों के अभिभावकों के लिए पेरेन्टस टीचर मीटिंग का आयोजन किया गया। यह केवल एक साधारण मीटिंग नहीं थी जिसमें बच्चों के विकास की बातें करते हैं।

बल्कि आज की मीटिंग का एक विशेष उद्ïदेश्य था। आज की मीटिंग का मुख्य उद्ïदेश्य अभिभावकों को वर्तमान समाज में घटित हो रही अनेक प्रकार के बाल अपराध एवं उनके शोषण के प्रति सचेत करना था। मीटिंग में बताया गया कि बच्चों को इस प्रकार के आपराधिक तत्वों से सर्तक करें क्योंकि छोटे बच्चे इस प्रकार के अपराधों का जल्दी शिकार बनते हैं, क्योंकि वे बहुत मासूम एवं नासमझ होते हैं।

अभिभावकों को बताया गया कि वे अपने बच्चों को अपनी सुरक्षा एवं साइबर सेक्रटी दोनों के प्रति सचेत करें। उन्हें समझाया गया कि बच्चे की सुरक्षा सर्वप्रथम घर से ही प्रारंभ होती है। वेअपने बच्चों को अपने प्रति सचेत होना सिखाएँ। अभिभावक होने के नाते हमारा कत्र्तव्य बनता है कि हम अपने बच्चों को प्रत्येक गलत एवं सही विषयों को समझाएंँ। विद्यालय में यह सारा कार्यक्रम एक पावर पॉइंट प्रेज़ेटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

इसी कार्यक्रम के तहत आज एक सेन्सिटाज़ेशन कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें छोटे बच्चों के प्रति सुरक्षा एवं साइबर सेफ्टी के विषय में बताया गया। आज समाज के समक्ष एक महत्वपूर्ण विषय प्रश्न के रूप में आ खड़ाहै कि हम अपने बच्चों को इस प्रकार के शोषण से कैसे बचाएं? इसके लिए सर्वप्रथम अभिभावकों को ही कुछ सावधानियाँ बरतनी होंगी एवं अपने नन्हें मुन्नें बच्चों को भी सर्तक करना होगा।

उन्हें कपड़े बदलने, नहाने, कपड़े पहनने एवंसुरक्षित व असुरक्षित स्पर्श आदि जैसे कुछ महत्वपूर्ण नियमों से अवगत कराना होगा। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि साइबर सेक्रटी भी बहुत अधिक आवश्यक है। आज के युग में तकनीकी ज्ञान का विस्तार व्यापक रूप से हो रहा है। एक छोटा सा बच्चा भी स्मार्ट फोन पर गेम्स खेलता है। उसे नेट के उपयोग करने के प्रत्येक विधि की जानकारी होती है। साथ ही सोशल मीडिया का भी इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

बच्चे इस क्षेत्र में भी आगे रहने लगे हैं। यह अच्छी बात है मगर हम अभिभावकों का कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों पर नज़र रखें कि तकनीकी ज्ञान का उपयोग वे किसी गलत कार्य के लिए न करें। बच्चे प्राय: गलत चीज़ें यही से सीखते हैं।

इसके लिए अभिभावक सचेत रहें कि उन्हें क्या करना चाहिए। अपने बच्चों को हर तरीके से सुरक्षित रखने के लिए तकनीकी ज्ञान के साथ सतर्कता आवश्यक है। इसके लिए अभिभावकों उनके समक्ष एक सीमित मात्रा में ही इंटरनेट का उपयोग करें। इसके अलावा अभिभावक बच्चों के सामने एक आदर्श रूप को प्रस्तुत करना चाहिए।  इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष, उपाध्यक्षा एवं प्रधानाचार्या भी उपस्थित रहीं।