Faridabad/Alive News: हरियाणा में कोरोना के मामले कम होने और सभी पाबंदियां हटने के साथ ही 35वे अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले को 20 मार्च से 4 अप्रैल तक फिर से आयोजित होने जा रहा है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को लगाने की औपचारिक जानकारी आ चुकी है। लेकिन उनके पास अब तक इससे संबंधित कोई लिखित पत्र नही आया है। हालांकि, सूरजकुंड मेले के आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी है।
बता दें, कि बीते 34 वर्षों में सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला एक फरवरी से 15 फरवरी तक आयोजित होता रहा है। वहीं पिछले वर्ष और इस वर्ष फरवरी में बढ़ते कोरोना महामारी के कारण मेला रद्द कर दिया गया था। लेकिन अब जब सारी पाबंदिया हटा ली गई हैं तो हरियाणा सरकार भी 35वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के आयोजन को लेकर सक्रिय हो गई है। हरियाणा पर्यटन निगम ने केंद्र सरकार को 20 मार्च से 4 अप्रैल तक मेला आयोजित करने का सुझाव दिया है।
जानकारी के मताबिक केंद्र सरकार की अनुमति के साथ इसके आयोजन की तिथियों में मामूली फेरबदल भी हो सकता है। केंद्र सरकार की अनुमति और तिथि तय होने के बाद ही इस अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में विभिन्न प्रदेशों के राष्ट्रीय अवार्ड हासिल कर चुके शिल्पकारों को आमंत्रित किया जाएगा। शिल्पकारों को यहां अपनी कला के प्रदर्शन के साथ मार्केटिंग का मौका भी मिलेगा।
मेला परिसर में इन दिनों मेला आयोजन की तैयारी चल रही है। वहीं हट्स बनाने का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है। जबकि अन्य सिविल वर्क भी पहले ही पूरा कर लिया गया है। अब मेला परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए कम से कम पंद्रह-बीस दिन का समय अवश्य चाहिए। क्योंकि जनवरी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण तैयारियां बीच में ही रोक दी गई थी। अब एक बार फिर मेला परिसर में लोक कलाकारों और हस्तशिल्पियों की धूम मचने की उम्मीद जताई जा है।