Palwal/Alive News: उपायुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि डेंगू, मलेरिया और चिकिनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे इस मौसम में पूरी बाजू के कपड़े पहने। रात्रि को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घरों के आस-पास पानी एकत्रित न रहने दें। एकत्रित पानी में टेमिफोस व काला तेल डालकर लार्वा को समाप्त किया जाए ताकि मच्छरों से उत्पन्न होने वाली बीमारियों से बचाव हो सके।
मच्छरजनित बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए हर सप्ताह ड्राई-डे मनाने पर अधिक जोर दिया जाए, जो नागरिक इस संबंध में लापरवाही करते हैं, उन्हें नोटिस देकर आगे की कार्रवाई भी की जाए। यह निर्देश सिविल सर्जन डॉ ब्रहमदीप ने स्वास्थ्य विभाग पलवल के अधिकारियों व कर्मचारियों को डेंगू, मलेरिया रोकथाम के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित बैठक के दौरान दिए।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर अब तक जिले में स्वास्थ्य की टीम द्वारा 4 लाख 57 हजार 338 घरों की जांच की गई है, जिनमें से 6 हजार 41 घरों में मिले मच्छर के लार्वा को लेकर मकान मालिकों को नोटिस जारी किए गए है। सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे युवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में हर सप्ताह एक अभियान चलवाएं।
डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए नागरिक करें यह कार्य
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि घरों के आस-पास गड्ढों को मिट्टी से भरवाएं। कूलर, हौदी, टंकी में पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें। शरीर ढककर रखें, मच्छररोधी दवा, क्रीम व मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी बाजू के कपड़े पहने।
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू के 1073 व 1 लाख 22 हजार 717 मलेरिया के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में फीवर मास सर्वे निरंतर चलाया जा रहा है और बुखार के मरीजों की ब्लड स्लाइड बनाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर निरंतर अभियान भी चलाया जा रहा है।