New Delhi/Alive News : भारत सरकार ने मंगलवार को बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया है. CBSE 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं, जिसके बाद अन्य कई बोर्ड ने भी इस ओर कदम बढ़ाया है. कोरोना काल में बच्चों और पैरेंट्स के सामने परीक्षाओं को लेकर चिंता बनी हुई थी, लेकिन अब एग्जाम कैंसल होने से ये चिंता दूर हुई है. बोर्ड परीक्षाओं से जुड़े अभी भी कई ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब मिलना बाकी है. कौन कैसे पास होगा, आगे का एडमिशन कैसे होगा, क्या क्राइटीरिया होगा, ऐसे ही सभी सवालों का जवाब जानिए…
- क्या इस साल नहीं होंगे 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम?
कोरोना के कारण पहले 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं कैंसिल हो गई थीं. तब 12वीं की परीक्षाओं को टाल दिया गया था. लेकिन राज्य सरकारों, पैरेंट्स और छात्रों के विरोध के बीच 12वीं की परीक्षाओं को भी रद्द करने का फैसला किया गया है. यानी अब इस साल 12वीं क्लास की परीक्षाएं नहीं होंगी. - पेपर नहीं होंगे तो बच्चे पास कैसे होंगे?
अब जब बच्चों के एग्जाम नहीं होंगे, तो ये सवाल होता है कि छात्र पास कैसे होंगे. अभी CBSE ने 12वीं क्लास के लिए कोई फाइनल क्राइटीरिया तय नहीं किया है, सरकार ने इसका फैसला बोर्ड पर ही छोड़ा है. लेकिन 11वीं और 12वीं के दौरान हुए इंटरनल असेस्मेंट के आधार पर बच्चों को नंबर दिए जा सकेंगे. - रिजल्ट के लिए कौन-सा फॉर्मूला अपनाया जा सकता है?
CBSE ने जिस तरह दसवीं के लिए बिना पेपर दिए पास करने का फॉर्मूला अपनाया था, उसी का इस्तेमाल यहां हो सकता है. इसमें 20 नंबर इंटरनल असेस्मेंट के, 80 नंबर पूरी क्लास के दौरान हुए टेस्ट या दूसरे पेपर्स को मिलाकर दिए जा सकते हैं. हालांकि, अभी 12वीं को लेकर CBSE ने कोई फाइनल फॉर्मूला नहीं बनाया है. इसे जल्द ही जारी कर दिया जाएगा. - सभी के लिए पेपर कैंसिल, लेकिन मैं पेपर देना चाहूं तो?
कोरोना संकट की वजह से सरकार ने एग्जाम रद्द किए हैं. लेकिन अगर कोई छात्र पेपर देना चाहता है, तो उसको ऑप्शन दिया जाएगा. जब हालात कुछ ठीक होंगे, तब उसके लिए ऐसी व्यवस्था कर दी जाएगी. क्योंकि कई छात्र ऑटोमैटिक नंबर प्रणाली से संतुष्ट नहीं होते और वो खुद पेपर देना चाहते हैं तो इस ऑप्शन को खुला रखा गया है. - अगर मैं रिजल्ट से खुश नहीं हुआ तो?
ऑटोमैटिक वाले सिस्टम से जिन बच्चों को नंबर दिए जाएंगे, अगर कोई छात्र या छात्रा उन नंबरों से संतुष्ट नहीं है. तो उसके पास फिर से अपील करने का ऑप्शन खुला होगा. ऐसे वक्त में वो खुद लिखित एग्जाम दे पाएंगे. इसके लिए नियम क्या होंगे, वो CBSE द्वारा जल्द ही बताया जाएगा. - ग्रेजुएशन के लिए अब कैसे होगा एडमिशन?
12वीं की परीक्षा के बाद अब सबसे बड़ी परेशानी कॉलेज में एडमिशन की है. बच्चों को चिंता है कि उन्हें अब कॉलेज में एडमिशन कब मिल पाएगा, क्या उनका ईयर बेकार तो नहीं जाएगा. सरकार ने अब एग्जाम रद्द करने का फैसला लिया है तो रिजल्ट आने में जुलाई के आखिर तक का वक्त लग सकता है. ऐसे में अगर अगस्त तक नतीजे आते हैं, तो उसी आधार पर बच्चों को कॉलेज में एडमिशन के लिए अप्लाई करना होगा.
वैसे भी कई यूनिवर्सिटियों में अगस्त-सितंबर तक एडमिशन ओपन ही रहता है, ऐसे में कॉलेज में एंट्री में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी. लेकिन रिजल्ट आने में देरी होती है, तो सरकार भी इस और कुछ कदम बढ़ा सकती है.
- एंट्रेस एग्जाम का क्या होगा?
कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलना इतना भी आसान नहीं होता है, निश्चित मार्क्स के अलावा आपको एंट्रेस एग्जाम की कसौटी से भी गुज़रना पड़ता है. लेकिन अगर 12वीं के रिजल्ट ही लेट आएंगे, तो एंट्रेस एग्जाम में भी कुछ देरी हो सकती है. लेकिन जो छात्र किसी खास यूनिवर्सिटी या कॉलेज को एंट्रेस की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अपने सब्जेक्ट की तैयारी खुद ही अभी से शुरू करनी चाहिए ताकि डेट आने पर वो मानसिक रूप से तैयार रहें. - विदेश पढ़ने जाने वाले छात्रों का क्या होगा?
12वीं के बाद कई छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए अप्लाई करते हैं. वहां जुलाई-अगस्त में नए सेशन की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में सभी को पहले ही इसके लिए तैयारी करनी होगी. विदेशी स्कूल में एडमिशन के लिए टेस्ट अभी ऑनलाइन ही हो रहे हैं, ऐसे में अगर वो क्लियर होता है तो आपको 12वीं का फाइनल रिजल्ट देना होगा जिसमें कुछ देरी जरूर हो सकती है. अभी भी कई ऐसे छात्र हैं जिन्होंने विदेश में एडमिशन की तैयारी कर ली थी, अब जब एग्जाम रद्द हुए हैं तो उन्हें राहत मिली है. - CBSE के अलावा और किस बोर्ड की परीक्षा रद्द हुई हैं?
भारत सरकार ने मंगलवार को CBSE की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान किया, इसके बाद ICSE ने भी अपनी बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दीं. अब उम्मीद जताई जा रही है कि कई राज्य अपने यहां के बोर्ड की परीक्षाओं को कैंसिल कर सकते हैं और असेस्मेंट के आधार पर ही बच्चे पास किए जाएंगे. - एग्जाम कैंसिल होने पर क्या है बच्चों और पैरेंट्स का रिएक्शन?
कोरोना की रफ्तार भले ही धीमी पड़ी हो, लेकिन संकट अभी दूर नहीं हुआ है. इसी वजह से बच्चे और पैरेंट्स काफी टेंशन में थे. लेकिन अब जब एग्जाम कैंसिल हुए हैं, तो ये टेंशन दूर हुआ है. बच्चों ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी का इजहार किया है तो पैरेंटेस ने भी फैसले का स्वागत किया है. हालांकि, अभी रिजल्ट और कॉलेज में एडमिशन को लेकर टेंशन बनी हुई है.