Punjab/Alive News : पंजाब कांग्रेस में सियासी घमासान एक बार फिर से शुरू हो गया है. 40 विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उनके मंत्रिमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया. वह 20 विधायकों और अधिकतर पंजाब के सांसदों के साथ राजभवन पहुंचे हैं. इसके बाद राजभवन के बाहर से ही वह प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित कर रहे हैं. उधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायक दलों की शाम पांच बजे बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसमें नए विधायक दल के नेता का चुनाव किया जा सकता है.
माना जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन अमरिंदर कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं. कयास यहां तक लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन सीएम पद से इस्तीफा देने के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी भी छोड़ सकते हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की पुष्टि उनके बेटे रनिंदर सिंह ने भी की थी.
सूत्रों के अनुसार, पंजाब के ताजा सियासी घटनाक्रम की वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह अपमानित महसूस कर रहे हैं. इसके अलावा, कैप्टन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में भी फूट की आशंका से पूरी तरह से इनकार नहीं किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके AICC द्वारा बिना उन्हें विश्वास में लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर ऐतराज दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से पार्टी में उन्हें दरकिनार किया जाता रहा तो वो बतौर सीएम बने रहने के इच्छुक नहीं हैं.
पंजाब के घटनाक्रम पर बीजेपी का हमला
वहीं, पंजाब में जारी सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जहाज जब डूबने वाला होता है तो हिचकोले खाने लगता है. उन्होंने अंबाला में कहा कि पंजाब कांग्रेस उसी प्रकार ने हिचकोले खा रही है. इसी वजह से इनका आपसी टकराव हो रहा है.
सिद्धू के सलाहकार ने घेरा
वहीं सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर लिखा, 2017 में पंजाब ने हमें 80 विधायक दिए, लेकिन दुखद ये है कि कांग्रेस पार्टी एक अच्छा मुख्यमंत्री पंजाब को नहीं दे पाई. पंजाब के दुख और दर्द को समझते हुए अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाए.