Faridabad/Alive News : सभी नियम कानूनों को धत्ता दिखाते हुए और शिक्षा विभाग व हुडा के नोटिसों को दरकिनार करते हुए जिले के निजी स्कूलों ने आगामी शिक्षा सत्र के लिए फीसों में काफी बढ़ोतरी की है। इसके अलावा अपने स्कूल के अंदर किताब, कॉपी, वर्दी आदि की दुकान खोलकर उसके माध्यम से अभिभावकों को किताब, कापी का सैट जबरदस्ती दिया जा रहा है। मंच का कहना है कि निजी स्कूलों में किताब, कापी की दुकान खोलना व सामान बेचना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधक किताब-कापी के सैट बेच रहे हैं।
इतना ही नहीं जो किताबें जरूरी नहीं हैं उनको भी कमीशन खाने के चक्कर में दे रहे हैं। नर्सरी के छात्रों को भी चार से पांच हजार रूपए लेकर किताबों के सैट दे रहे हैं। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इसके विरोध में रविवार को एनआईटी स्थित रोज गार्डन में सुबह 9 बजे अभिभावकों की बैठक बुलाई है। जिसमें डीएवी स्कूल सैक्टर-14 व 49, सेन्ट जोन्स, एमवीएन, मानव रचना, ए.पी.जे, मार्डन, आईशर, रैयान आदि स्कूलों की पेरैन्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी भाग लेकर आगे रणनीति तैयार करेंगे।
मंच की जिला कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट शिव कुमार जोशी, सचिव डा. मनोज शर्मा, डीएवी पेरैन्ट एसोसिएशन के हनी नरूला व नरेन्द्र मुन्जाल, सैन्ट जोन्स के बी एस विर्दी ने बताया कि चैयरमेन फीस एंड फंड रेगूलेटरी कमेटी व मंडल आयुक्त गुडग़ांव ने जिले के 18 स्कूलों द्वारा पिछले 2 शिक्षा सत्रों में बढ़ाई गई फीस की वैधता की जांच के लिये एडीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जो स्कूलों के आय व्यय का ऑडिट व स्कूलों की मनमानी की जांच कर रही है। इसके अलावा संपदा अधिकारी हुडा ने हुडा के नियमों का उल्लंघन सही पाए जाने पर 8 स्कूलों का भूमि आंवटन रद््द किया है और 40 को नोटिस जारी किये हैं
उसके बावजूद निजी स्कूल प्रबंधकों ने आगामी शिक्षा सत्र के लिये बिना पैरेन्ट््स एसोसिएशन की सहमती से ट््यूशन फीस व अन्य गैरकानूनी फंडों में भारी बढ़ोतरी कर दी है, इससे अभिभावकों में काफी रोष है। अभिभावकों ने गेर कानूनी रूप से की गई इस फीस वृद्धि की शिकायत, जिला शिक्षा अधिकारी व मंच से की है। इसी को लेेकर मंच की जिला कमेटी व विभिन्न पेरैन्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक आवश्यक बैठक रविवार को सुबह 10 बजे एनआईटी स्थित रोज गार्डन में बुलाई गई है। मंच ने सभी जागरूक अभिभावकों से अपील की है कि वे इस बैठक में भाग लेकर अपनी एकता का परिचय दे।