Chandigarh/Alive News: चंडीगढ़ की कॉलोनी नंबर-4 पर प्रशासन का बुलडोजर चल पड़ा है। 40 साल पुरानी कॉलोनी को तोड़ने के लिए चंडीगढ़ के डीसी विनय प्रताप सिंह ने शनिवार देर शाम ही आदेश जारी कर दिए थे। ऐसे में आज सुबह पांच बजे से कॉलोनी नंबर-4 जेसीबी मशीनों (बुलडोजर) से मकानों को तोड़ा जा रहा है। डेमोलिशन ड्राइव के दौरान प्रशासनिक अमले और कॉलोनी वासियों के बीच कोई झड़प या कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। कॉलोनी को तोड़ने के लिए 10 बुलडोजर लगाए गए हैं।
प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक कॉलोनी की 80 एकड़ जमीन प्रशासन के वन और इंजीनियरिग विभाग की है। इस जमीन का अधिकतर कब्जा वन विभाग है। ऐसे में यहां किए गए अवैध कब्जों को हटाकर इस जमीन को खाली कराने के बाद इंजीनियरिग विभाग इस पूरी जमीन की फेंसिग कर वन विभाग को इसका कब्जा दिया जाएगा।
प्रशासन की अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई के दौरान कॉलोनी नंबर-4 के चारों तरफ से पुलिस ने बैरिकेडिंग कर घेराबंदी की है ताकि कोई भी आम पब्लिक वहां से गुजर न सके। इसके अलावा कॉलोनी के सामने वाली मुख्य सड़क को भी बंद कर दिया गया है जो कि इंडस्ट्रियल एरिया लाइट प्वाइंट से होते हुए हल्लोमाजरा चौक तक जाती है। यहां का सारा ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है।
80 एकड़ में फैली कॉलोनी नंबर-4 में करीब दो हजार झुग्गियां और मकान बने हुए हैं। कभी यहां आठ से 10 हजार लोग रहते थे, लेकिन बीच स्माल फ्लैट स्कीम के तहत हुए बायोमैट्रिक सर्वे के अधिकतर लाभार्थियों को प्रशासन ने मलोया में फ्लैट दे दिए थे।मिली जानकारी के अनुसार इनमें से अधिकतर लोगों स्माल फ्लैट स्कीम और एफोर्डेबल रेंटिग हाउसिग स्कीम के तहत मकान दे दिए गए हैं। यहां तक की बीते रोज एसडीए ईस्ट आफिस में संपदा विभाग और चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड की ओर से विशेष कैंप लगाकर और 300 लाभार्थियों को मलोया हाउसिग स्कीम में फ्लैट दे दिए गए हैं। इनका ड्रॉ शनिवार को निकाला गया है। 80 एकड़ में कॉलोनी नंबर-4 के फैले होने के कारण इस पूरे एरिया को 10 जोन में बांटा गया है।
कॉलोनी के हर हिस्से को अलग-अलग 10 जोन में बांटकर रविवार को डेमोलिशन ड्राइव की जाएगी। इसके लिए सभी एसडीएम, तहसीलदार, अतिक्रमण हटाओ दस्ता, इंजीनियरिग विग, नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते की मदद ली जाएगी।कॉलोनी नंबर-4 की डेमोलिशन ड्राइव के दौरान 450 पुलिस मुलाजिम, तीन डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर और अतिक्रमण हटाओ दस्ते के 300 के करीब मुलाजिमों की तैनाती की गई है।
शांतिपूर्ण ढंग से कॉलोनी में डेमोलिशन ड्राइव की जा सके। इसके अलावा सीटीयू की 30 बसें और 10 से 12 ट्रक की व्यवस्था की गई है, ताकि जिन लोगों को कॉलोनी खाली कर निकाला जाएगा, उन्हें यहां से बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या शहर के अन्य किसी हिस्से में अपने जानकार के पास ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कॉलोनी की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है। ऐसे में पूरा ट्रैफिक भी डायवर्ट कर दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों को ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए ड्यूटी पर तैनात किया गया है।