July 7, 2024

ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी करता है प्रभावित

Health/Alive News: ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाली आम बीमारी है। हाल ही में एक्ट्रेस हिना खान ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि वो ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं। जो तीसरे स्टेज पर है। उनके फैंस से लेकर टीवी जगत के सितारे तक उनकी इस खबर से चौंक गए। हालांकि उनका ब्रेस्ट कैंसर का इलाज शुरू हो चुका है। आइए जानते हैं इस कैंस के बारे में विस्तार से। हमारे शरीर में ढेरों कोशिकाएं होती हैं। जब ये सेल्स किसी अंग में असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, तो इससे कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। ब्रेस्ट कैंसर में कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं, जो गांठ के रूप में महसूस होती हैं।

क्या हैं ब्रेस्ट कैंसर की अलग-अलग स्टेज
कैंसर कितना गंभीर है, इसका पता इसके स्टेज से पता लगाया जाता है।
स्टेज-1 माइल्ड: इसमें कैंसर केवल ब्रेस्ट तक ही सीमित रहता है।
स्टेज-2 मॉडरेट: इसमें कैंसर ब्रेस्ट से शुरू होते हुए बगल तक फैल जाता है।
स्टेज-3 और 4 ये बहुत तेजी से फैलता है। अगर कैंसर लिवर, फेफड़ों या हड्डियों तक पहुंच गया है तो यह स्टेज 4 है।

क्या हैं इसके लक्षण
निपल से खून जैसा रिसाव होना।
वजन स्थिर रहना, लेकिन ब्रेस्ट का साइज बढ़ना।
ब्रेस्ट में गांठ महसूस होना। हालांकि अगर गांठ में किसी तरह का दर्द नहीं, तो यह खतरनाक है। दर्द हो, तो कैंसर की संभावना कम होती है।
अगर कोई महिला प्रेग्नेंट नही है, न ही ब्रेस्ट फीड कराती है, फिर भी ब्रेस्ट से दूध या पानी जैसा डिस्चार्ज हो।
ब्रेस्ट के आकार में बदलाव।
निपल अंदर की ओर धंसने लगे।

ब्रेस्ट कैंसर की वजहें
आमतौर पर लोग ब्रेस्ट कैंसर को जेनेटिक समझते हैं मतलब अगर इसका पारिवारिक इतिहास रहा है, तो आपको भी होना तय है, लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं। सिर्फ 10-15 फीसदी ही ब्रेस्ट कैंसर के मामले जेनेटिक हैं। इसके सटीक कारणों का अभी भी पता नहीं चल पया है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये कैंसर सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है।

जेनेटिक कनेक्शन है तो रहें ज्यादा अलर्ट
अगर आपकी फैमिली में आफकी मां, पापा की बहनों या उनकी मां को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है, तो आपको भी अपना ब्रेस्ट कैंसर जीन टेस्ट (BRCA1 और BRCA2) करवा लेना चाहिए। यह ब्लड टेस्ट ही है। जब इसका रिजल्ट पॉजिटिव आता है, तो ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क 40 फीसदी तक बढ़ जाता है और सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर का ही नहीं, ओवेरियन कैंसर के होने की भी संभावना बढ़ जाती है। अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, जिनकी उचित सलाह से काफी हद तक कैंसर की आशंका को कम किया जा सकता है।