Chandigarh/Alive News: परिवार पहचान पत्र में सत्यापित आए के चलते गरीबी रेखा से नीचे परिवार की सूची से बाहर हुए लोगों को प्रदेश सरकार ने बड़ी राहत दी है। यूपी में गड़बड़ियों को दुरुस्त करने की आवेदन करने वाले परिवार को जनवरी का राशन मिलेगा। अगर नाम गलती से कटा है तो बीपीएल कार्ड बना दिए जाएंगे, अन्यथा आगे से यह सुविधा बंद कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को परिवार पहचान पत्र को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त के साथ बैठक में निर्देश दिए कि पीपीपी के मामले में सख्ती से काम ना ले, बल्कि संवेदनशीलता के साथ मामले निपटाए किसी भी पात्र परिवार की सुविधा बंद नहीं होनी चाहिए। फरीदाबाद में सबसे ज्यादा 38 हजार परिवार के नाम बीपीएल परिवारों की सूची से कटे हैं। इन परिवारों के लोग औद्योगिक इकाइयों सहित अन्य क्षेत्र में कार्य कर रहे थे। फरीदाबाद के अतिरिक्त उपायुक्त से कहा गया है कि वह पता लगाएं कि वर्तमान में इन परिवारों की स्थिति क्या है और 7 दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएल परिवार के लिए सालाना आय 1 लाख 20 हजार से बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार करने से 12 लाख परिवारों के नाम बीपीएल सूची में जुड़े हैं। इस दौरान 9 लाख 60 हजार परिवारों के बीपीएल राशन कार्ड बंद भी किए गए हैं। जो निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतरे, इनमें से 1 लाख 32 हजार परिवार तो आयकर भी जमा करते हैं। 51 हजार 489 सरकारी और अनुबंधित कर्मचारी हैं तो 210 सेना प्रति कर्मचारी हैं जो पेंशन ले रहे हैं।
दो लाख लोग उद्योगों में लगे हुए हैं। जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार से ज्यादा है। 7 हजार की किसान ऐसे हैं। जिन्होंने 40 हजार से अधिक की फसल बेची हैं। वही 2 लाख 27000 परिवारों का बिजली बिल 9000 रूपये वार्षिक है। जिस कारण इन्हें भी बीपीएल परिवार का पात्र नहीं माना गया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग वास्तव में पात्र होंगे, उनके बीपीएल कार्ड बहाल कर दिए जाएंगे। प्रदेश में फिलहाल 29 लाख बीपीएल परिवार हैं जो कुल जनसंख्या का करीब 40% है। निरोगी हरियाणा योजना के तहत पहले चरण में सभी बीपीएल परिवारों की स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी। किसी भी गरीब व्यक्ति का हमारा जाए यह सुनिश्चित किया जाएगा। 15 दिन में अशुद्धियां दूर कर दी जाएंगी। पीपीपी को दुरुस्त कराने के लिए टोल फ्री नंबर 18001802087 और 1967 पर कॉल कर सकते हैं।