December 27, 2024

रेन बसेरो और सड़कों पर गरीब बेसहारा व्यक्तिओं को बांटे गए कम्बल: डीसी

Faridabad/Alive News: डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि कङाके की ठण्ड से बचाव के लिए रेन बसेरो और सड़कों पर गरीब बेसहारा व्यक्तिओं को जिला रेड क्रॉस सोसाइटी व मरेन्गो एशियन अस्पताल सेक्टर- 16 द्वारा कम्बल वितरित किये गए। डीसी कम अध्यक्ष जिला रैडक्रास सोसायटी विक्रम सिंह (आईएएस) के निर्देशानुसार एसडीएम बल्लबगढ त्रिलोक चंद तथा सचिव जिला रैडक्रास सोसायटी विजेंद्र सौरोत के कुशल मार्गदर्शन में मरेन्गो एशियन अस्पताल की टीम के साथ फरीदाबाद शहर के रेन बसेरो व अन्य स्थानों का निरीक्षण किया। जिसके दौरान खुले आसमान के नीचे सोने वाले गरीब व्यक्तिओं एवं रेन बसेरो में रुकने वाले व्यक्तिओं को भीषण ठण्ड से बचाव के लिए जिला रेडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद व मरेन्गो एशियन अस्पताल द्वारा कम्बल वितरित किये गए।

उपायुक्त विक्रम सिंह (आईएएस) ने लोगों से अपील की है कि इस कम्बल वितरण की मुहिम को अन्य अस्पताल व सामाजिक संस्थान इस भीषण ठंड से बचाव के लिए कंबल और गर्म कपड़े वितरण करने की नेक मुहिम में प्रशासन के साथ मिलकर चलें। ताकि जिला में ठंड से जीवन व्यापन करने वाले व्यक्ति को अपना जीवन सुरक्षित कर सके और ठंड से बचाव हो सके। उपमंडल अधिकारी बल्लबगढ़ त्रिलोक चंद ने बताया कि ठण्ड का प्रकोप बढ़ रहा है, ऐसे में कोई व्यक्ति ठण्ड से प्रभावित न हो, इसलिए जिला रेड क्रॉस सोसाइटी व मरेन्गो एशियन अस्पताल सेक्टर- 16 के सौजन्य से कम्बल वितरण का कार्यक्रम चलाया गया। रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव विजेंद्र सौरोत ने अपने सर्विस के अनुभव को सांझा करते हुए बताया कि जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा लगातार राहत शिविर के साथ साथ गतिविधियों को चलाया जा रहा है। इस कड़कड़ाती ठण्ड के समय कम्बल एवं गर्म कपड़े वितरण सामाजिक संस्थानों के सहयोग से किये जा रहे है।

नेत्रा टंडन प्रतिनिधि,मरेन्गो एशियन अस्पताल ने बताया गया कि वर्ष के प्रथम दिन उन्होंने जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस कम्बल वितरण पहल को चलाया और कहा की वह आगे भी इसी प्रकार से जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस मुहिम में साथ देते रहेंगे। उन्होंने रेन बसेरो में मौजूद व्यक्तिओं को आश्वासन दिया कि मरेन्गो एशियन अस्पताल आपके उपचार में भी सहयोग करेगा।इस दौरान मुख्य रूप से पुरषोत्तम सैनी उपाधीक्षक, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी, नेत्रा टंडन,अशोक कुमार, मरेन्गो एशियन अस्पताल की टीम ने पूर्ण सहयोग दिया।