Faridabad/Alive News: सरकार के आदेशों के बाद प्रदेश भर में दसवीं से लेकर बारहवीं कक्षा के लिए स्कूल खोल दिए गए है। एक फरवरी से कोविड मानकों के साथ विद्यार्थी नियमित रूप से कक्षाएं ले रहे हैं। प्रदेश में कोरोना के मामले नियंत्रित होने के बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन राज्य सरकार से सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने की मांग कर रही हैं। स्कूल संचालकों का कहना है कि कोविड के चलते स्कूल लंबे समय से बंद है, इसका असर स्कूलों की आर्थिक स्थिति और बच्चों के भविष्य पर पड़ रहा है।
दरअसल, एसोसिएशन का कहना है कि केंद्र सरकार ने स्कूलों को खोलने का फैसला राज्य सरकार पर छोड़ दिया है, ऐसे में निजी स्कूल संचालकों की माली स्थिति तथा विद्यार्थियों की पढ़ाई के मद्देनजर स्कूलों को खोलने के आदेश दे देने चाहिए। गौरतलब है कि निदेशालय की ओर से जनवरी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए थे।
छुट्टियों के दौरान विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेज दी जा रही थी। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां भी ऑनलाइन माध्यम से ही कराई जा रही थी। कोरोना के मामले नियंत्रित होते ही निदेशालय की ओर से कोविड मानको के साथ दसवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने के आदेश दे दिए गए। स्कूल संचालकों का कहना है कि सरकार को स्कूलों तथा विद्यार्थियों के भविष्य के बारे में सोचते हुए स्कूल खोल देने चाहिए।
क्या कहना है प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का
लंबे समय से स्कूल बंद है अब सरकार को स्कूलों को पूरी तरह से खोलने पर विचार करना चाहिए। स्कूलों और बच्चों को शिक्षा का नुकसान हो रहा है। सरकार निजी स्कूल संचालकों को स्वयं स्कूल खोलने पर मजबूर न करे।
– नंदराम पाहिल, प्रधान-यूनाइटेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन।
स्कूल बंद होने के कारण काफी समय से ऑनलाइन क्लासेज चल रही है। अब जब कोविड के मामले कम है तो स्कूलों को पूरी तरह से खोलने का विचार किया जाना चाहिए। दसवीं से लेकर बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट्स के लिए नियमानुसार स्कूल खोले गए है, ऐसा ही कुछ अन्य कक्षाओं के लिए भी करना चाहिए।
– विमल कुमार पाल, प्रधान-फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसो. हरियाणा।
हम सरकार के हर फैसले में उनके साथ है। स्कूलों को खोलने को लेकर हमने सरकार से लिखित में अपील की है।
-सुरेश चंद्र, प्रधान-हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल एंड कांफ्रेंस।