New Delhi/Alive News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के नाम अपने संबोधन में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब देश के हर सैनिक स्कूल में लड़कियों को भी एडमिशन दिया जाएगा. अभी तक सैनिक स्कूलों में केवल लड़कों की पढ़ाई होती थी मगर अब लड़कियों की शिक्षा और समान सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए भी खोले जा रहे हैं.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नये भारत में महिलाओं की समान सहभागिताएं सुनिश्चित की जाएगी. सड़क से लेकर वर्कप्लेस तक महिलाओं को सुरक्षा का एहसास हो, इसके लिए शासन प्रशासन को अपनी शत प्रतिशत जिम्मेदारी निभानी होगी. इसी उद्देश्य से देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए खोल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश के सैनिक स्कूलों अब बेटियां भी पढ़ेंगी.
प्रधानमंत्री ने बताया कि उन्हें लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि वे सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं. सरकार ने मिजोरम के एक सैनिक स्कूल में पहले लड़कियों को एडमिशन देने का प्रयोग भी किया था. वर्तमान में देश में 33 सैनिक स्कूल हैं जिनमें अब तक केवल लड़के एडमिशन ले सकते थे. ये स्कूल सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा चलाए जाते हैं जो रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में हैं.
सैनिक स्कूलों की स्थापना का उद्देश्य छात्रों को कम उम्र से भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए तैयार करना है. आगामी सत्र से लड़कियां भी इस शिक्षण प्रशिक्षण का हिस्सा बन सकेंगी.