November 1, 2024

बंगाली समुदाय ने मनाई सर्बोजनिन काली पूजा, आज हुआ काली मां की मूर्ति का विसर्जन

Faridabad/Alive News : ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 70 स्थित रॉयल हेरिटेज सोसायटी में रहने वाले पश्चिम बंगाल के परिवारों ने गुरूवार दीपावली की रात को सर्बोजनिन काली पूजा का उत्सव मनाया। इस पूजा के आयोजक सुजीत शाह रहे।

रॉयल हेरिटेज सोसायटी के मेम्बर सुभोजीत बाशु ने बताया कि गुरूवार दीपावली की रात को बंगाली समुदाय ने सर्बोजनिन काली पूजा का उत्सव मनाया।पूजा के दौरान रात 1 बजे काली माता को भोग लगाया गया। इसके बाद शुक्रवार की सुबह विवाहित बंगाली महिलाओं ने मां काली को सिन्दूर अर्पित कर धुनुची नृत्य किया।

उन्होंने बताया कि यह त्योहार विशेष रूप से पश्चिम बंगाल क्षेत्र में लोकप्रिय है काली माता की पूजा उस महिला की ताकत की याद दिलाती है जो न केवल अपने परिवार की देखभाल करती है बल्कि परिवार के रक्षक के रूप में भी कार्य करती है जो निस्वार्थ रूप से अच्छाई और सच्चाई की लड़ाई लड़ती है और बुरे पर अच्छे का समर्थन करती है।

काली पूजा को श्यामा पूजा या महानिशा पूजा के नाम से भी जाना जाता है, यह भारतीय उपमहाद्वीप से शुरू हुआ एक बंगाली त्योहार है, जो हिंदू देवी मां काली को समर्पित है। यह हिंदू कैलेंडर माह अश्वयुज (अमांता परंपरा के अनुसार) या कार्तिका (पूर्णिमांत परंपरा के अनुसार) की अमावस्या (दीपन्निता अमावस्या) को मनाया जाता है।

एक नवंबर को सुबह कार्यक्रम के अंत में काली माता की मुर्ति को पालकी में विराजमान कर सोसायटी में बने पोन्ड में विसर्जन के लिए ले जाते समय भक्तों ने जय मां काली के जयकारे लगाए। इसके बाद काली माता की प्रतिमा को सोसायटी के पास बनाए गए पोन्ड में विसर्जित किया गया ।