Faridabad/Alive News: नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही के कारण मुख्यालय में खड़े वाहनों को भुगतान पड़ रहा है। नगर निगम परिसर में खड़े तीन नए डंफरों की बैटरी चोरी हो गयी है। लेकिन निगम अधिकारियों की इसकी कोई परवाह तक नहीं है। जिम्मेदार अधिकारियों को तो यह तक नही पता नही है कि बैटरी कब चोरी हुई और इसकी अब तक किसी थाने में शिकायत भी दी गई है या नहीं। यह डंपर नगर निगम को शहर के कामकाज के लिए दान में मिले थे। लेकिन बैटरी चोरी होने के कारण डंफरों का उपयोग तक नहीं हो पा रहा है और ये वहां निगम परिसर में खड़े खड़े जंग खा रहे है।
दरअसल, आर्थिक तंगी से जुझते हुए नगर निगम के पास वाहनों की भारी कमी थी। जिसके बाद पूर्व निगमायुक्त यशपाल यादव के आग्रह पर इंडियन ऑयल ने नगर निगम को सीएसआर के तहत 10 से अधिक छोटे बड़े टैक्टर और डंफर दान में दिए थे। लेकिन तीन महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी निगम अधिकारियों ने इन वाहनों को सुरक्षित स्थान पर रखने की न तो जहमत उठाई और न ही अन्य कार्य के लिए सड़कों पर उतरा। आलम यह है कि दान में मिले ट्रैक्टरों का तो अभी तक रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है। जिसके कारण उनको सड़क पर नहीं चलाया जा सकता। निगम अधिकारियों ने लाखों रुपए के डंफरों और टैक्टरों को कंडम होने के लिए निगम परिसर में छोड़ दिया है।
क्या कहना है निगम अधिकारी का
निगम परिसर में खड़े तीन डंपरो की बैटरी चोरी हो गई है। जो काफी पुराना मामला है। वहीं अभी टैक्टरो का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। जिसके कारण यह सड़कों पर नहीं दौड़ सकती। टैक्टर का रजिस्ट्रेशन जल्द करवाकर इन्हें काम में लिया जाएगा।
ओमदत्त शर्मा, एक्सईएन व्हीकल, नगर निगम।