Uttar Pradesh/Alive News: अयोध्या में 26 जनवरी से पहले और राम मंदिर निर्माण के दौरान रानोपाली और बड़ी बुआ क्रासिंग के बीच में स्थित रेलवे के ओवर ब्रिज के 6 नट बोल्ट अराजक तत्वों ने खोल दिए। यह नट बोल्ट अगर अपने आप गिरे होते तो वह कहीं मिलते या जिन शरारती तत्वों ने खोला है उनके कुछ निशान भी वहां पर मिलते।
इन तमाम बिंदुओं को लेकर रेलवे के आला अधिकारियों ने ब्रिज के नीचे तफ्तीश भी की है। तड़के रेलवे की गश्त टीम के द्वारा नट खोले जाने की सूचना उच्च अधिकारियों को दिया गया जिसके बाद हड़कंप मच गया। आनन फानन में ब्रिज में लगे 6 नट बोल्ट को रेलवे के उच्चाधिकारियों के द्वारा फिर लगवाया गया। रेलवे का आवागमन सुचारू रूप से शुरु हो चुका है।
प्रशासन मान रहा बड़ी साजिश
राम नगरी में 5 जुलाई 2005 को आतंकी घटना को अंजाम दिया जा चुका है जिसके बाद से ही अयोध्या का सुरक्षा घेरा सख्त कर दिया गया है। 26 जनवरी आ रही है ऐसे में रेलवे ब्रिज के नेट बोल्ट खोले जाने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन इसको बड़ी साजिश मान कर जांच कर रहा है. हालांकि रेलवे का कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी स्पष्ट बोलने को तैयार नहीं है. घटना रविवार की सुबह की बताई जा रही है।
रेल पटरियों पर गश्त तेज
उच्चाधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है और घटनास्थल का रेलवे से जुड़े हुए आला अधिकारियों और इंजीनियरों की टीम ने निरीक्षण किया है। इस मामले पर आरपीएफ इंजीनियरों की टीम ने रिपोर्ट डीआरएम कार्यालय को भेजा है। 26 जनवरी को किसी बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने के शक पर अब रेलवे पटरियों पर आरपीएफ और जीआरपी के द्वारा गश्त तेज कर दी गई है। रेलवे के अधिकारियों ने रेलवे ब्रिज के नीचे घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
हो सकता था हादसा
रेलवे कर्मचारी ने बताया कि रात में 11 से 2 शिफ्ट में पेट्रोलिंग की जाती है। पहले शिफ्ट कि जब पेट्रोलिंग की गई तो सब कुछ ठीक था। दूसरे चक्र की पेट्रोलिंग में सुबह 5:30 बजे रेलवे ब्रिज के 6 वोल्ट गायब मिले जिसकी सूचना रेलवे के उच्चाधिकारियों को दी गई जिसके बाद से इंचार्ज के द्वारा कासन लगाए जाने के लिए कहा गया था। काशन के साथ ट्रेनों को गुजारा गया। सूचना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।