मकर संक्राति के दिन तिल के लड्डू खाने का रिवाज है। कुछ लोगो को तिल के लड्डू इतने पसंद है कि वह ज्यादा बना कर रख लेते है और कई दिनों तक खाते है। इस दिन लोग तिल और गुड के लड्डू, चिक्की, मिठाइयां आदि खाना पसंद करते हैं। तिल में कई गुणकारी तत्व होते हैं जिसे सर्दी के दिनों में काफी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं ? अगर इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इससे कई परेशानियां भी हो सकती हैं! शोधों में पाया गया है कि इसके अत्यधिक सेवन से तेजी से ब्लड प्रेशर लो हो सकता है और एलर्जी की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
स्टाइलाइज के अनुसार, तिल के अधिक सेवन से एनाफिलेक्सिस की समस्या हो सकती है। यह समस्या तब होती है जब प्रतिरक्षा प्रणाली कुछ शक्तिशाली रसायनों को अधिक मात्रा में बनाने लगते हैं। इस कैमिकल को एनाफिलेक्टिक शॉक कहा जाता है। इसकी वजह से रक्तचाप में तेजी से कमी आ सकती है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ एलर्जी अस्थमा विभाग के अनुसार तत्काल एनाफिलेक्सिस का इलाज ना किया गया तो इससे गंभीर स्थिति हो सकती है। तिल एलर्जी (एनाफिलेक्सिस के लक्षण)–सांस लेने में कष्ट-खांसना-मतली-पेट में दर्द-उल्टी करना-मुंह में खुजली-चेहरे में निस्तब्धत।
ये है बचाव का तरीका : अगर आपको तिल से एलर्जी है तो आप उन चीजों का सेवन ना करें जिनमें तिल के बीज, तिल का तेल आदि इस्तेमाल किया जाता है।
प्रोडक्ट पर लेबल पढ़ने के बाद ही उन्हें खाने में इस्तेमाल करें: जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है वे भी तिल की चीजों के इस्तेमाल से बचें।