November 18, 2024

मॉडर्न बी.पी.स्कूल में वार्षिक साइंस प्रदर्शनी का आयोजन

Faridabad/Alive News :  संजय कालोनी स्थित माडर्न बीपी पलिक स्कूल में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में स्कूल के 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने एक ऐसा मॉडल तैयार कर प्रदर्शित किया है, जिसमें सडक़ पर चलते वाहनों के पहियों की रगड़ से ‘रोलर ब्रेकर’ घूमेगा। इसके घूमने से उपन होने वाली उर्जा से स्ट्रीट लाइट और सडक़ के इर्द-गिर्द मौजूद बिजली के अन्य उपकरा चल सकेंगे। विज्ञान प्रदर्शनी में बतौर मुख्यातिथि एनआईटी के विधायक नगेंद्र भड़ाना ने जब यह मॉडल देखा तो उहोंने कहा कि यह तो बहुत बढिय़ा तरकीब है।

विधायक ने कहा कि इसे तो हम सरकार की सहमति लेकर अभी से लागू कर सकते हैं। स्कूल के विद्यार्थियों ने इसके अलावा इको फ्रेंडली, एग्री मशीनरी, औद्योगिक रोबोटिक वर्क से संबंधित मॉडल का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी के अलावा वार्षिकोत्सव समारोह भी था। इसमें स्कूल के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिवाइन पलिक स्कूल के निदेशक एसएस गौसाई ने की।

स्कूल के उपायक्ष सुखबीर सिंह, एडी स्कूल के प्रिंसीपल सुभाष चंद्र, दिल्ली इंटरनेशनल पलिक स्कूल के चैयरमेन टीएस दलाल, ग्रांड कॉलबस स्कूल के निदेशक सुरेश चंद्र, डायनेस्टरी इंटरनेशन स्कूल के प्रिंसीपल सुमित, पल्स अस्पताल के एमडी राजीव चौधरी, समाज सेवी प्रदीप राणा और पाइनवुड इंटरनेशन स्कूल के प्रिंसीपल नरेंद्र परमार विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे।

स्कूल के चेयरमैन ओपी परमार, प्रबंधक जितेंद्र परमार, प्रधानचार्य शकुंतला डेंबला ने अतिथियों का स्वागत किया। इसके अलावा विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्हें पुरस्कृत भी किया। स्कूल के चैयरमेन ओपी परमार ने बताया कि विज्ञान के जरिए नए-नए आविष्कार की होड़ में जुटे विद्यार्थियों ने रोलर ब्रेकर तैयार किया। यह ब्रेकर सडक़ निर्माण के बाद भी एक निर्धारित जगह में फिट हो सकेंगे।

सडक़ पर दौडऩे वाले वाहन जब इस ब्रेकर के ऊपर से गुजरेंगे तो ब्रेकर फिजीकली वर्क करेगा। ब्रेकर के दोनों तरफ डायनामो लगेंगे। जैसे ही वाहन का पहिया रोलर ब्रेकर के साथ रगड़ खाएगा, वह तेजी से घूमेगा। उसके घूमने से डायनामो विद्युत उर्जा पैदा करके उसे बैटरी मोड में स्टोर करेगा। इसी बैटरी से स्ट्रीट लाइट रोशनी फैलाएगी।

मॉडल को तैयार करने वाले विद्यार्थियों में एनसीसी विद्यार्थी कुनाल, दसवीं कक्षा के छात्र आकाश और निकिताश ने बताया कि उहोंने यह मॉडल तैयार करने में करीब छह महीने का समय लिया। इसका सूक्ष्म मॉडल अपने ार में बनाया। फिर इसका परीक्षा किया। परीक्षा सफल होने पर इसे पद्रर्शित किया।