Patna/Alive News : बिहार के दिवंगत बाहुबली नेता और सिवान संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके मोहम्मद शहाबुद्दीन की कोरोना संक्रमण से मौत होने के बाद अब उनके राजनीतिक विरासत के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। शहाबुद्दीन का चालीसवां समाप्त होने के बाद सभी की नजर पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के परिवार पर है कि अब परिवार शहाबुद्दीन के बाद राजनीति की गद्दी विरासत में किसे सौंपेगा। उनके इसी फैसले के ऊपर शहाबुद्दीन समर्थकों और बिहार के कई अन्य नेताओं की नजरें टिकी हुईं हैं।
शहाबुद्दीन बेटे पर टीकी सबकी की नजरें
मिली जानकारी के अनुसार दिवंगत नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब जल्द गृह जिले सिवान समेत बिहार के अन्य जिलों का दौरा शुरू सकते हैं। इनमें गोपालगंज और छपरा जिले की संभावना अधिक है। सभी जिलों का दौरा करने के बाद ओसामा राय मशविरा करके फैसला करेंगे कि आगे उन्हें क्या करना है।
दरअसल, शहाबुद्दीन के निधन के बाद से उत्तराधिकारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। एक तरफ लालू परिवार के रवैये के प्रति समर्थकों में नाराजगी है। वहीं मौका देखकर शहाबुद्दीन परिवार को अन्य राजनीतिक दलों के नेता पार्टी में शामिल होने का न्यौता दें रहे हैं, लेकिन इस संबंध में परिवार की तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे में सबकी निगाहें शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और बेटे ओसामा शहाब पर टिकी हुई हैं।
बदलाव की मांग
वहीं, मिली जानकारी के अनुसार कई समर्थकों ने बताया कि शहाबुद्दीन का परिवार जो भी निर्णय लेगा, वो उनके साथ हैं। अब वो समय आ गया है जब बिहार में बड़े बदलाव की जरूरत है। बदलाव के बाद ही बिहार का विकास होगा।