Gurugram/Alive News : सेक्टर 56 स्थित अंसल यूनिवर्सिटी की शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ पिछले चार दिन से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ छात्र योगेंद्र की हालत बिगड़ गई है। विद्यार्थियों का आरोप है कि स्थिति गंभीर होने के बाद भी यूनिवर्सिटी व शिक्षा विभाग की तरफ से विद्यार्थियों की कोई सुध लेने नहीं पहुंचा। मजबूरन उन लोगों को शुक्रवार को सडक़ों पर उतरना पड़ा। लगभग पांच सौ विद्यार्थी यूनिवर्सिटी से पैदल मार्च करते हुए सीधे लघु सचिवालय पहुंचे और यहां जमकर यूनिवर्सिटी के खिलाफ नारेबाजी की।
विद्यार्थियों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी उन्हें शिक्षा के नाम पर ठग रही है। भूख हड़ताल पर बैठे विद्यार्थियों को लगातार पुलिस भेजकर डराया व धमकाया जा रहा है। विद्यार्थियों का गुस्सा देखकर डीसी ने तुरंत एंबुलेंस भूख हड़ताल स्थल पर भेजने के आदेश दिए। साथ ही यूनिवर्सिटी के डीन को तुरंत तलब किया। विद्यार्थियों ने इसके बाद कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
काफी समय से प्रबंधन के सामने रख रहे हैं मांग
यूनिवर्सिटी प्रबंधन से मिलकर प्रबंधन व इंजीनियङ्क्षरग के विद्यार्थी पिछले काफी समय से अपनी मांगों को रख रहे थे। जिसमें फीस के नाम पर ज्यादा पैसे वसूलने, कैंटीन में खराब खाना, लाइब्रेरी व बुक बैंक में जरूरी पुस्तकों का नहीं होना, खुद का प्ले ग्राउंड नहीं होना, सेमेस्टर फीस का ट्यूशन फीस से डबल होना, स्टूडेंट्स को जानबूझ कर फेल करना, यूनिवर्सिटी द्वारा तथाकथित रूप से फर्जी डिग्री देना, डीन का रेगुलर दौरा न करना और विद्यार्थियों की समस्याओं की अनदेखी करना आदि सहित दर्जन भर मांगें शामिल हैं। कोई सुनवाई नहीं किए जाने से गुस्साए छात्रों ने 28 फरवरी से धरना शुरू कर दिया।
जिसमें से योगेंद्र नामक छात्र अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गया। भूख हड़ताल के चार दिन तक भी किसी ने नहीं सुनी। इससे उसकी हालत बिगडऩे लगी है। छात्रों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपने का निर्णय लिया। छात्र नेता अनिल कुमार ने बताया कि वे बेहतर शिक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएंगे। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए चंडीगढ़ तक भी जाना पड़ा तो जाएंगे।
इधर, अंसल यूनिवर्सिटी की प्रवक्ता सोना विकास के मुताबिक विद्यार्थी यूनिवर्सिटी को बिना बात बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। विद्यार्थियों की नब्बे प्रतिशत मांगें मान ली गई हैं। जिला उपायुक्त हरदीप ङ्क्षसह का कहना है कि जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज को मामले को सुलझाने को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने विद्यार्थियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही प्रबंधन से कहा है कि वे नियमानुसार काम करें।