Faridabad/Alive News : भारत पूरे विश्व में पहला देश बन है जिसने सफलतापूर्वक चाँद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग की है। इस मिशन की सफलता के पीछे हमारे देश के वैज्ञानिकों का सबसे बड़ा योगदान है। चंद्रयान 3 मिशन की सफलता पर सभी देशवासियों को बधाई। इस लाइव टेलीकास्ट कार्यक्रम को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साउथ अफ्रीका से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया व देशवासियों को बधाई दी।
डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चंद्र सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने की संपूर्ण क्षमता प्रदर्शित करता है। इसमें लैंडर और रोवर कॉन्फ़िगरेशन शामिल है। इसे LVM3 द्वारा SDSC SHAR, श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था।
चंद्रयान-3 में एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल (एलएम), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर शामिल है, जिसका उद्देश्य अंतर ग्रहीय मिशनों के लिए आवश्यक नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करना और प्रदर्शित करना है। लैंडर में एक निर्दिष्ट चंद्र स्थल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने और रोवर को तैनात करने की क्षमता होगी जो अपनी गतिशीलता के दौरान चंद्र सतह का इन-सीटू रासायनिक विश्लेषण करेगा। लैंडर और रोवर के पास चंद्र सतह पर प्रयोग करने के लिए वैज्ञानिक पेलोड हैं।
पीएम का मुख्य कार्य एलएम को लॉन्च वाहन इंजेक्शन से अंतिम चंद्र 100 किमी गोलाकार ध्रुवीय कक्षा तक ले जाना और एलएम को पीएम से अलग करना है। इसके अलावा, प्रोपल्शन मॉड्यूल में मूल्यवर्धन के रूप में एक वैज्ञानिक पेलोड भी है जो लैंडर मॉड्यूल के अलग होने के बाद संचालित किया जाएगा।
इस अवसर पर एडीसी आनंद शर्मा, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, सीटीएम अमित मान, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग के अधिकारियों सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।