शरीर में मौजूद इंसुलिन हार्मोन का लेवल जब इंबैलेंस हो जाता है तो लोगों मेंडाबिटीज से पीड़ित होने का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से ग्रसित मरीजों के बॉडी में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है, जिसका असर कई अंगों पर पड़ता है। सामान्य लोगों के मुकाबले डायबिटीज रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। यही वजह है कि इस बीमारी में अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दवाइयों के साथ कुछ घरेलू मसालों का इस्तेमाल की डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं। अजवाइन एक ऐसा मसाला है जिसका सेवन शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए किया जा सकता है।
अजवाइन को इस तरह से करें इस्तेमाल, डायबिटीज कंट्रोल करने में मिलेगी मदद
पोषक तत्वों से भरपूर है अजवाइन
अजवाइन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर जैसे कई अन्य पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा इसमें फॉस्फोरस, कॉपर, मैगनीज, आयरन, कोबाल्ट, आयोडीन जैसे कई दूसरे खनिज पदार्थ भी पाए जाते हैं। ये सभी तत्व स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
वजन कम करने में सहायक
मोटापा, डायबिटीज बीमारी के मुख्य कारणों में से एक है। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है, उनमें डाबिटीज का खतरा अधिक होता है। अजवाइन का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्ऱॉल की कमी से लोगों को वेट लॉस करने में आसानी होती है।
इम्यूनिटी बूस्ट करने में कारगर
डायबिटीज मरीजों की इम्यूनिटी दूसरों के मुकाबले कमजोर होती है। आज के समय में इम्युन सिस्टम का मजबूत होना जरूरी है। अजवाइन में एंटी-सेप्टिक, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी पैरासेटिक गुण पाए जाते हैं। ये प्रॉपर्टीज इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं।
इस तरह से करें अजवाइन का सेवन
1 चम्मच अजवाइन, आधा लीटर पानी, 1 नींबू या फिर 1 टेबलस्पून एप्पल साइडर विनेगर, 1 चम्मच हल्दी, चुटकी भर काला नमक और 1 चम्मच शहद अलग कर लें। सबसे पहले गैस पर एक बर्तन में पामी, हल्दी और अजवाइन डालकर उबलने चढ़ाएं। जब तक बर्तन में पानी की मात्रा आधी न रह जाए तब तक इसे उबालें।अब गैस बंद कर एक गिलास में इस मिश्रण को छानकर निकाल लें। फिर, इसमें नींबू या सेब का सिरका, शहद और काला नमक मिलाएं और सेवन करें।