Faridabad/Alive News: हरियाणा सरकार ने परिवार पहचान पत्र से राशन कार्ड को जोड़कर फरीदाबाद जिले में करीब 30 हजार लोगों के राशन कार्ड काट दिए हैं। लेकिन जो लोग पात्र मिले हैं, उनके राशन पर डिपो होल्डर डाका डाल रहे हैं।
इसका खुलासा सीएम फ्लाइंग की टीम ने छापेमारी कर किया। पिछले महीने दिसंबर में सीएम फ्लाइंग की टीम ने अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर 7 ऐसे डिपो होल्डरों को पकड़ा, जो सरकारी राशन ब्लैक कर रहे थे। इसके बाद एक बार फिर टीम ने बल्लभगढ़ के कुम्हारवाड़ा में छापेमारी कर गड़बड़ी पकड़ी है। यहां की डिपो होल्डर नेहा सैनी के यहां से 4900 किलो बाजरा, 3890 किलो गेहूं व 90 किलो चीनी रिकार्ड में कम पाई गई। इनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
सीएम फ्लाइंग के डीएसपी राजेश चेची ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि बल्लभगढ़ के कुम्हारवाड़ा मोहल्ला स्थित नेहा सैनी डिपो होल्डर पात्रों को राशन देने में गड़बड़ी करती हैं। सूचना पर सीएम फ्लाइंग के इंस्पेक्टर जगदीश, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह एवं स्थानीय पुलिस के साथ नेहा सैनी के राशन डिपो को चेक किया गया।
खाद्य निरीक्षण विरेन्द्र सिंह ने इस राशन डिपो का भौतिक निरीक्षण किया तो आनलाइन राशन का मिलान करने पर बाजरा 4900 किलो, गेहूं 3890 किलो और चीनी 90 किलो के मुताबिक रिकार्ड कम पाई गई।
डीएसपी ने बताया कि जब मिलान में कमी पाए जाने पर राशन डिपो होल्डर से पूछताछ की गई तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। जिसमें सरकारी राशन की कालाबाजारी की जानी शामिल थी। खाद्य निरीक्षक विरेन्द्र सिंह की शिकायत पर थाना शहर बल्लबगढ़ पुलिस ने डिपो होल्डर के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है।
बता दें, कि फरीदाबाद जिले में करीब 650 डिपो होल्डर हैं। इनमें अधिकांश किसी न किसी उच्चाधिकारी अथवा राजनेताओं के जानकार हैं या ये कहें कि इन्हें कहीं न कहीं से संरक्षण प्राप्त है। इसी कारण से डिपो लेने के बाद ये लोग सरकारी राशन की कालाबाजारी करने से बााज नहीं आते। ये पूरा खेल जिले भर में चल रहा है। इसमें कहीं न कहीं विभागीय अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।