Faridabad/Alive News: मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमा शंकर ने कहा कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में आमजन का डाटा बिल्कुल सुरक्षित है। पीपीपी के डाटा के प्राइम ओनर आप खुद हैं और सरकार इसके जरिये सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और परियोजनाओं तथा अन्य जन सुविधाओं को आमजन तक तेजी से पहुंचाने के लिए इस्तेमाल करती है।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एवं क्रीड के प्रिंसिपल सेक्रेटरी वी उमा शंकर शुक्रवार को स्थानीय कैन्वैशन हाल में जिला फरीदाबाद की विभिन्न आरडब्लूए तथा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियो की परिवार पहचान पत्र बनाने और उनकी त्रुटियां दूर करने के लिए एक संगोष्ठी में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने लोगों से कहा कि परिवार पहचान पत्र सरकार की प्रिंसिपल टैक्नोलोजी है। यह हरियाणा वासियों की डिजिटल आईडैन्डीटी है। आयुष्मान भारत, चिरायु हरियाणा योजना, बुढ़ापा, विधवा, दिव्यांगजन पेंशन सहित सरकार की अन्य जन सुविधाओं सहित तमाम विभागों की जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन पीपीपी के जरिये ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र में सेल्फ रजिस्ट्रेशन इनिशियल स्टेज पर नहीं कर सकते।