November 16, 2024

ड्रेन में गन्दा पानी डालने वाली फैक्ट्रियों पर प्रशासन सख्त, इन नियमों के अनुसार होगी कार्यवाही

Faridabad/Alive News: डीसी विक्रम सिंह ने शहर के तीनों एसटीपी का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए गन्दे पानी का ट्रीटमेंट कर उसके पानी का सही सदुपयोग किया जाए। नालों और खालों में गंदा पानी डालने वाली फैक्ट्रियों पर एनजीटी के नियमानुसार सख्त कार्यवाही करें।
 
उन्होंने कहा कि प्रशासन सजग है, ताकि यमुना नदी के पानी को प्रदूषित होने से बचाया सके। उन्होंने कहा कि जिला की ड्रेनों और खालों में किसी भी स्तर पर प्रदूषित पानी ना पहुंचे, इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें और साथ ही विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से प्रदूषित पानी छोड़ने वाली इकाईयों को चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
 
डीसी विक्रम सिंह ने बुढिया नाला, बादशाह पुर, मिर्जापुर और मवई में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो पर सभी विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल करके गन्दे पानी का बढ़िया ट्रीटमेंट और उसका बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। जब गंदा पानी ड्रेनों से होकर यमुना में नहीं जाएगा। तो पानी की गुणवत्ता में निरंतर सुधार होगा। जिला में सीवरेज प्रणाली की जांच करते हुए लाईनों को भी चेक किया जाए, जहां पर नई लाइन डालने की जरूरत है, वहां अमरूत योजना के तहत इस कार्य को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए। सीवरेज पानी को एसटीपी से संशोधन करते हुए उसे बागवानी, सिंचाई सहित औद्योगिक इकाईयों में इस्तेमाल किया जाए, जबकि पेयजल सप्लाई से जुड़ी हुई लाइनो में  नहरी पानी को इस्तेमाल किया जाए।