Chandigarh/Alive News: 10वीं कक्षा में कंपार्टमेंट का परिणाम देरी से आने के कारण विद्यार्थियों की मुसीबत बढ़ गई है। रिजल्ट देरी से जारी होने के चलते अगस्त में 11वीं में प्रवेश के लिए पंजीकरण न करवा पाने वाले छात्रों ने अब राहत के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से गुहार लगाई है। याचिका में केंद्र सरकार, यूटी प्रशासन व सीबीएसई को प्रतिवादी बनाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार याचिका दाखिल करते हुए कृतिका भट्ट समेत 29 विद्यार्थियों ने एडवोकेट राज किशोर के माध्यम से हाईकोर्ट को बताया कि सीबीएसई ने 10 वीं की परीक्षा का परिणाम 22 जुलाई को जारी किया था। इसके बाद चंडीगढ़ के स्कूलों में 11 वीं कक्षा में प्रवेश के लिए अगस्त में पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ की गई है। जिन छात्रों की 10वीं में कंपार्टमेंट थी और उन्होंने परीक्षा दी थी उनका परिणाम नौ सितंबर को जारी किया गया। तब तक पंजीकरण की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी थी।
याचिकाकर्ताओं ने शिक्षा विभाग को मांगपत्र सौंप 11वीं में प्रवेश की अनुमति मांगी लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई। याची ने कहा कि परीक्षा परिणाम देरी से आने में उनकी गलती नहीं है ऐसे में उन्हें 11वीं में प्रवेश की अनुमति दी जाए।
11वीं में प्रवेश के लिए तीसरी व अंतिम काउंसिल 22 नवंबर को थी। याचिका 18 नवंबर को दाखिल की गई थी। लेकिन किन्हीं कारणों से इस पर सुनवाई नहीं हो सकी। हाईकोर्ट ने इस याचिका पर अब 29 नवंबर को सुनवाई तय की है।