Chandigarh/Alive News: हरियाणा के पानीपत शहर के सेक्टर 11 डॉ. जीसी गुप्ता पर लापरवाही का केस दर्ज हुआ है। आरोपी डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान एक महिला पेशेंट के पेट में पटियां और स्पंज छोड़ दिया और टांके लगा दिए। ऐसा आरोप महिला पेशेंट और उसके परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया है।
इस लापारवाही का खुलासा तब हुआ जब महिला ने पेट में दर्द रहने की शिकायत डॉ. जीसी को की। मगर डॉ. GC गुप्ता ने उसकी एक न सुनी और उसे लताड़ लगाते हुए उसके साथ बदतमीजी की। जिसके बाद महिला ने किसी दूसरे अस्पताल से CT स्कैन करवा कर ऑपरेशन करवाया, तो मामले का खुलासा हुआ।
महिला की शिकायत पर पानीपत सिविल अस्पताल CMO द्वारा गठित टीम ने जांच की। जांच में आरोप सही मिले, जिसके बाद FIR दर्ज करने की सिफारिश की गई। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी डॉ. GC गुप्ता के खिलाफ IPC की धारा 337 व 338 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
पीड़ित महिला के मुताबिक चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में सुमन लता ने बताया कि वह गांव सिवाह, पानीपत की रहने वाली है। साल 2021 में उसके पेट में गांठ थी। जिसका इलाज करवाने के लिए वह शहर के सेक्टर 11 स्थित डॉ. जीसी गुप्ता अस्पताल में 13 जुलाई को गई थी।
जहां डॉ. जीसी गुप्ता ने कहा कि उसके पेट में गांठ है। जिसका ऑपरेशन जल्द से जल्द कराना पड़ेगा। महिला का कहना है कि डॉ. जीसी गुप्ता की बात मानकर ऑपरेशन के लिए उसी दिन अस्पताल में दाखिल हो गई। 15 जुलाई को उसके पेट का ऑपरेशन उसके पति संदीप व मामी मुकेश की मौजूदगी में डॉ. जीसी गुप्ता ने किया।
19 जुलाई को डॉ. ने उसे डिस्चार्ज कर दिया। इसके बाद वह नियमित रूप से डॉ. जीसी गुप्ता के बताए अनुसार दवाइयां लेती रही, लेकिन उसे कोई आराम नहीं मिला। जिसके बाद वह डॉ. जीसी गुप्ता से ट्रीटमेंट के दौरान बताई, लेकिन डॉ. गुप्ता ने उसकी बात और दर्द को अनदेखा किया। वह उसके साथ बदतमीजी से पेश आए।
दो-तीन माह तक जब उसके पेट में दर्द से कोई राहत नहीं मिली, तो एक महिला डॉक्टर ने उसे CT स्कैन करवाने की सलाह दी। जिसके बाद उसने बिशन स्वरुप कॉलोनी स्थित एक रिडियोग्राफी सेंटर से CT स्कैन करवाया। जिसकी रिपोर्ट देखकर महिला डॉक्टर ने उन्हें तुरंत बरसत रोड स्थित एक अस्पताल जाने की सलाह दी।
सलाह के अनुसार वे वहां गए। जहां डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान उन्हें बताया कि पिछले ऑपरेशन के दौरान डॉ. की लापरवाही से पेट में पटियां व स्पंज छोड़े गए हैं। इनके अंदर रहते हुए पेट में टांके लगा दिए गए हैं। दूसरे ऑपरेशन के दौरान की पूरी वीडियोग्राफी भी करवाई गई है। दूसरा ऑपरेशन कर उसके पेट से पटिया और स्पंज निकाला गया है।